मनांजलि मंच ने मनाया प्रेम दिवस
राष्ट्रीय संवेदनाओं को समर्पित एस एस फाउंडेशन द्वारा संचालित मनांजलि मंच ने बसंत उत्सव प्रेम दिवस के रूप में मनाया। जिसकी अध्यक्षता अखिल भारतीय साहित्य परिषद के अध्यक्ष श्री बालकृष्ण गुप्ता ने निभाई। वशिष्ठ अतिथियों के रूप में हिसार की रिटायर्ड प्रिंसिपल श्रीमती दर्शना सुभाष पाहवा, वरिष्ठ गज़लकार अशोक भंडारी नादिर, राष्ट्रीय कवि संगम उत्तर प्रदेश के प्रभारी श्री सुरेंद्र सिंगला, संस्कार भारती पंचकूला के महासचिव सतीश अवस्थी जी रहे।
इस अवसर पर ट्राई सिटी के 24 कवियों ने भाग लिया। संस्था की संस्थापिका कवयित्री संतोष गर्ग व डॉक्टर एस एल गर्ग ने निवास स्थान पर पहुंचे सभी आगंतुकों का पुष्पों से स्वागत सत्कार किया।
शुभारंभ श्रीमती गर्ग की गणेश वंदना से हुआ। तत्पश्चात मशहूर गायिका श्रीमती दर्शना पाहवा ने मधुर स्वर से सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
श्रीमती गर्ग के मंच संचालन में हरेंद्र सिन्हा, रजनी पाठक, विनोद शर्मा, रेखा मित्तल, सुनीता गर्ग, मंजू बिसला, नेहा नूपुर, सविता गर्ग सावी, उषा गर्ग, नीरू मित्तल नीर, एम एल अरोड़ा, गणेश दत्त, रेणु अब्बी आदि ने बसंत व प्रेम दिवस पर स्वरचित कविताएं प्रस्तुत की। इस अवसर पर श्रीमती बीना सॉफ्ट और कंचन भल्ला ने संगीत व हास्य व्यंग से सभी का मनोरंजन किया। श्री रमेश मौर्य, शशि गर्ग, विजय चोपड़ा, तरुण श्याम बजाज, शैलजा अग्रवाल, विक्की, चंदन, सीमा ने भी इस खुशी के अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए।
विशिष्ट अतिथि दर्शना पाहवा ने समारोह की प्रशंसा करते हुए कहा कि संतुलित, सारगर्भित, रोचक, मधुर, बसंत उत्सव में प्रेम, वियोग, मिलन, समर्पण विविध रंगों ने इंद्रधनुष का रूप धारण कर लिया।
अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री बालकृष्ण गुप्ता ने कहा कि सभी रचनाकारों ने एक से बढ़कर एक कविताएं, गीत प्रस्तुत करके माहौल को बसंती बना दिया। सतीश अवस्थी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम हमारी भारतीय संस्कृति को, संस्कारों को जिंदा रखते हैं। मनांजलि मंच 2016 में की गई घोषणा के अनुसार 12 फरवरी को प्रति वर्ष प्रेम दिवस के रूप में मनाता आ रहा है।