– पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर की अध्यक्षता में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक आयोजित
– महिला सुरक्षा, ग्राम प्रहरी, नशा मुक्ति, फीडबैक सेल सहित कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर की गई चर्चा
– फतेहाबाद जिला में शुरू की गई पहल से 10 गांव हुए नशामुक्त , गांव की महिलाओं द्वारा संभाली गई थी कमान
– लेन ड्राइविंग पर भी सख्त हुई हरियाणा पुलिस, अवहेलना पाए जाने पर दर्ज की जाएगी एफआईआर
चंडीगढ़ 4 जनवरी। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने प्रदेश भर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक करते हुए उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने पुलिस विभाग द्वारा प्राथमिकता क्षेत्रो में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए ।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए श्री कपूर ने कहा कि प्रदेश को नशा मुक्त बनाना हमारी प्राथमिकताओं में से एक है। इसी कड़ी में हरियाणा पुलिस ‘नशा मुक्त गांव’ करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल शुरू की गई है। बैठक में बताया गया कि फतेहाबाद जिला के 10 गांवो में महिलाओं का समूह तैयार किया गया जो देर रात्रि गांव में घूम कर नशा करने वाले लोगों पर निगरानी रखता है। इन गांवो में नशा मुक्ति की कमान महिलाएं संभाल रही है। इन महिलाओं द्वारा सूचना एकत्रित करते हुए पुलिस विभाग को इसकी जानकारी दी जाती है ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके। इन 10 गांवो में फतेहाबाद जिला का गांव मताना, कुम्हारिया, भोडा होशनाक, ढाणी ठोबा, ढाणी चानन, खान मोहम्मद, बनावाली सोत्तर, सिरढान ,गिल्लाखेड़ा और बनावली शामिल है। इन गांवों के युवाओं ने खुद को पढ़ाई और खेलों से तथा बड़े व बुजुर्गों ने खुद को काम धंधे व खेती बाड़ी से जोड़कर नशे को अलविदा करने का संकल्प किया है जोकि दूसरे गांव के लिए प्रेरणा स्रोत है। श्री कपूर ने फतेहाबाद जिला में शुरू की गई इस पहल की सराहना करते हुए अन्य जिलों को भी इस दिशा में सार्थक प्रयास करने के लिए प्रेरित किया।
प्रदेश में लेन ड्राइविंग को लेकर किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए श्री कपूर ने कहा कि सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ट्रांसपोर्ट यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ संपर्क करते हुए उन्हें लेन ड्राइविंग की पालना सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करें । उन्होंने कहा कि लेन ड्राइविंग की अवहेलना करने वाले भारी मालवाहक वाहन चालकों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज करे।
बैठक में श्री कपूर ने पुलिस थानों में स्थापित किए गए फीडबैक सेल की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी फीडबैक सेल की मॉनिटरिंग करें और यदि किसी शिकायतकर्ता द्वारा पुलिस की कार्यवाही को लेकर असंतुष्टि व्यक्त की जाए तो उससे असंतुष्टि का कारण अवश्य पूछे। यदि शिकायतकर्ता द्वारा किसी कारणवश फोन नहीं उठाया जाता तो उससे मैसेज आदि करते हुए संपर्क करें। उन्होंने कहा कि थानों में प्राप्त होने वाली शिकायतों की रसीद संख्या का आंकड़ा आपस में मैच करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी थानों में आने वाले मामलों में पारदर्शिता बरतते हुए कार्य करें और सुनिश्चित करें कि किसी के साथ भी नाजायज ना हो।
बैठक में श्री कपूर ने ग्राम प्रहरी योजना के तहत किए जा रहे कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर ग्राम प्रहरी छेड़छाड़ वाले हॉटस्पॉट क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए कार्य करें। इसके अलावा, ग्राम प्रहरी महिलाओं से भीड़भाड़ वाले क्षेत्रो में छेड़छाड़ संबंधी फीडबैक लेते हुए आवश्यक कदम उठाए। इस दौरान उन्होंने क्राउडसोर्सिंग की आवश्यकता पर बल दिया।
इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशको, पुलिस अधीक्षकों सहित कई अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया।