*महिलाओं की सुरक्षा की दिशा में अहम कदम*
*रोहतक और गुरुग्राम से होगी परियोजना की शुरुआत*
*बोले, कानून और व्यवस्था के साथ-साथ महिलाओं को देंगे सुरक्षित माहौल*
चंडीगढ़ 6 सितंबर: हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) श्री शत्रुजीत कपूर ने कहा कि राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखना और लोगों विशेषकर महिलाओं को सुरक्षित माहौल प्रदान करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। महिलाओं में सुरक्षा की भावना पैदा करने के उद्देश्य से राज्य में जल्द ही “सेफ सिटी” परियोजना शुरू की जाएगी ताकि महिलाएं अपने आपको कार्यस्थलों, शैक्षणिक संस्थानों और सार्वजनिक परिवहन में पूरी तरह से सुरक्षित महसूस करें। पायलट आधार पर यह परियोजना रोहतक और गुरुग्राम से शुरू की जाएगी।
श्री शत्रुजीत कपूर ने यह जानकारी आज रोहतक रेंज कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि दो शहरों में इस परियोजना की सफलता के बाद ‘सेफ सिटी’ परियोजना को पूरे राज्य में लागू किया जाएगा।
*स्थानीय कैब यूनियनों, ऑटो यूनियनों और सार्वजनिक ट्रांसपोर्टरों के साथ समन्वय स्थापित करेगी पुलिस*
उन्होंने कहा कि “सेफ सिटी” परियोजना के तहत महिलाओं के लिए सुरक्षित सार्वजनिक परिवहन सुनिश्चित करने के लिए समन्वित प्रयास किए जाएंगे ताकि उन्हें शैक्षणिक संस्थानों और कार्यस्थलों पर जाते समय अपनी सुरक्षा के बारे में कोई संदेह न हो। पुलिस इस उद्देश्य के लिए स्थानीय कैब यूनियनों, ऑटो यूनियनों और सार्वजनिक ट्रांसपोर्टरों के साथ समन्वय स्थापित करेगी।
*छात्राओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ के मामलों में तुरंत एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी*
श्री कपूर ने जोर देते हुए कहा कि विद्यार्थियों को सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए शैक्षणिक संस्थानों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाने के अलावा सुरक्षा गार्ड तैनात किये जायेंगे। संवेदनशील स्थानों पर पुलिस गश्त बढ़ाई जाएगी। वहीं छात्राओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ के मामलों में तुरंत एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
*एक सप्ताह के भीतर होगा शिकायतों का निपटारा *
हरियाणा पुलिस की प्राथमिकताओं को चिन्हित करते हुए, डीजीपी ने कहा कि किसी भी माध्यम से प्राप्त सार्वजनिक शिकायतों का एक सप्ताह के भीतर निपटान किया जाएगा और शिकायतकर्ता की संतुष्टि के स्तर का पता लगाने के लिए फीडबैक भी लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कदम पुलिस की कार्यप्रणाली को और बेहतर बनाने में काफी मददगार साबित होगा।
*किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रत्येक जिले में दो पुलिस इकाइयों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा*
कानून एवं व्यवस्था पर श्री कपूर ने कहा कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रत्येक जिले में दो पुलिस इकाइयों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है। अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस इन पुलिस इकाइयों को इस तरह से प्रशिक्षण दिया जा रहा है कि वे किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए हर समय तैयार रहें। उन्होंने कहा कि पुलिस बल की क्षमता निर्माण के बाद आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए अतिरिक्त अर्ध सैनिक पुलिस बलों पर हमारी निर्भरता काफी कम हो जायेगी। इसके अलावा, आपराधिक मामलों से निपटने के लिए पुलिस बल और एसटीएफ को और मजबूत किया जाएगा और अदालतों में सजा दर बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
*साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं*
डीजीपी ने कहा कि बैंकों और टेलीकॉम कंपनियों के साथ समन्वय बनाकर साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। साइबर अपराध की जानकारी नेशनल साइबर हेल्पलाइन के टोल फ्री नंबर 1930 पर दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है और इसी दिशा में विभिन्न कल्याणकारी कदम भी उठाए जा रहे हैं। नशे की समस्या से निपटने के लिए हरियाणा पुलिस ने एक अनूठी अवधारणा शुरू की है जिसके तहत ग्राम स्तर पर ग्राम प्रहरी और वार्ड स्तर पर वार्ड प्रहरी तैयार किये गए है, जो अपने-अपने क्षेत्र में नशा करने वालों और नशा बेचने वालों की पहचान कर पुलिस को सूचना देते हैं। इसके अलावा ,ग्राम प्रहरी व वार्ड प्रहरी, आम जनता को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक भी करते हैं।