चंडीगढ़, 15 अगस्त : महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने जिला की सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों का आह्वान किया कि वे समाज सेवा के कार्यों में स्वेच्छा से आगे आये। विभिन्न सामाजिक मुद्दों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करें।
महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय 77वें स्वतंत्रता दिवस के राज्य स्तरीय समारोह के उपरांत स्थानीय दादा लख्मीचंद राज्य प्रदर्शन एवं दृश्य कला विश्वविद्यालय के सभागार में धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के कार्यक्रम के पश्चात उन्होंने पहली बार सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की शुरुआत की है ताकि यह संस्थाएं समाज सेवा के क्षेत्र में और ज्यादा योगदान दे सकें।
उन्होंने उपस्थित प्रतिनिधियों का आह्वान किया कि वे नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि सभी प्रतिनिधि समाज सेवा के क्षेत्र में अपनी सक्रिय भूमिका निभाये। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों स्वास्थ्य, खेल आदि से श्रेष्ठ नेताओं को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज में सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं का ज्यादा प्रभाव होता है, इसलिए इन संस्थाओं के प्रतिनिधि समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने व समाज सुधार में अपना योगदान दें। सरकार को सभी संस्थाओं का इस दिशा में सहयोग वांछित है।
उन्होंने उपस्थित प्रतिनिधियों का आह्वान किया कि वे नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि सभी प्रतिनिधि समाज सेवा के क्षेत्र में अपनी सक्रिय भूमिका निभाये। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों स्वास्थ्य, खेल आदि से श्रेष्ठ नेताओं को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज में सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं का ज्यादा प्रभाव होता है, इसलिए इन संस्थाओं के प्रतिनिधि समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने व समाज सुधार में अपना योगदान दें। सरकार को सभी संस्थाओं का इस दिशा में सहयोग वांछित है।
दादा लख्मीचंद राज्य प्रदर्शन एवं दृश्य कला विश्वविद्यालय के कुलपति गजेंद्र चौहान ने विश्वविद्यालय द्वारा नशाखोरी को रोकने के लिए बनाई गई लघु फिल्म के बारे में जानकारी दी। इस लघु फिल्म का स्क्रीन पर प्रदर्शन किया गया, जिसमें यह दर्शाया गया है कि होनहार विद्यार्थी भी नशा करने वालों की कुसंगत में फंस कर किस प्रकार अपनी जिंदगी बर्बाद कर लेते है। एक परिवार अपने बच्चों की परवरिश व पढ़ाई पर अपनी मेहनत की कमाई राशि खर्च करता है और यदि बच्चा कुसंगत में फंस जाता है तो पूरा परिवार बर्बाद हो जाता है। इस फिल्म के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि हम सभी को हर प्रकार के नशे से दूर रहना चाहिए तथा अपने साथियों व आसपास भी इस बारे में लोगों को जागरूक करना चाहिए।
इस अवसर पर मेयर मनमोहन गोयल, उपायुक्त अजय कुमार, पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग, सहायक पुलिस अधीक्षक मेधा भूषण, पूर्व विधायक सरिता नारायण के अलावा एनसीसी के ब्रिगेडियर हरबीर सिंह, उद्यमी राजेंद्र बंसल, राजेश जैन, भाजपा के जिलाध्यक्ष रणबीर ढाका व पूर्व जिलाध्यक्ष अजय बंसल, डॉ. आदित्य बत्तरा, डॉ. धु्रव चौधरी, समाजसेवी महेंद्र गर्ग, स्वामी परमानंद, एमडीयू के पूर्व डीन डॉ. राजकुमार, डॉ. जगबीर सिंह, प्रदीप अरोड़ा, विनय गोयल, सुमित भयाना सहित अन्य सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा शिक्षाविद मौजूद रहे।