चंडीगढ़ कांग्रेस ने आज यहाँ आम आदमी पार्टी के एक प्रैस वार्ता में दिए गए बयान की कड़ी आलोचना करते हुए इसे भाजपा के साथ अपनी गुप्त सांठगांठ को छुपाने के लिए चंडीगढ़ के लोगों को गुमराह करने का एक और प्रयास बताया है।
यहां जारी एक बयान में चंडीगढ़ कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने नए प्रोसेसिंग प्लांट लगाने का मुद्दा सही मायनों में निगम के सदन में कभी उठाया ही नहीं। यहां तक कि जब इस एजेंडे पर चर्चा के लिए सदन की बैठक बुलाई गई थी तब भी उन्होंने इस प्लांट के ख़िलाफ़ एक शब्द नहीं बोला। इसके बाद में उन्होंने सदन की बैठक में शहर को शर्मसार करने वाला गाली गलौच करके भाजपा की ही मदद की, जिसके कारण उसके दो पार्षदों को बाहर कर दिया गया। और बाद में अन्य पार्षद भी बाहर चले गए। भाजपा और आम आदमी पार्टी की इस मिलीभगत का नतीजा यह हुआ कि सदन की बैठक को भाजपा ने हाईजैक कर लिया और कांग्रेस के 7 पार्षदों को भाजपा के मेयर और उनके अन्य पार्षदों के अलोकतांत्रिक रवैये के चलते इस महत्वपूर्ण एजेंडे पर बहस करने की इजाज़त नहीं मिली।
प्रवक्ता ने आगे आरोप लगाया कि जब यूटी प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने कांग्रेस पार्टी की मांग पर इस नए कचरा प्रसंस्करण संयंत्र की स्थापना पर बहस करने के लिए पार्षदों की बैठक बुलाई, तो आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने प्रस्ताव के खिलाफ कोई मुद्दा नहीं उठाया और उनके एक भी पार्षद ने डडूमाजरा में प्लांट लगाए जाने के ख़िलाफ़ एक शब्द भी नहीं बोला और सारा समय प्रशासक के तर्कों से सहमत जताते रहे।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी कभी भी उचित मंच पर उचित मुद्दों को नहीं उठाती है और बाद में मीडिया के सामने आकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश करती है।
कांग्रेस प्रवक्ताने आगे आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी की नीतियां विकास विरोधी है क्योंकि वह सभी जन-समर्थक और प्रगतिशील कार्यक्रमों में बाधा डाल रही है।
इस संर्दभ में कांग्रेस प्रवक्ता ने प्रस्तावित कचरा प्रसंस्करण संयंत्र के गुण और दोषों का पता लगाने के लिए गोवा के स्टडी टूर में कांग्रेस पार्षदों के शामिल होने पर आपत्ति जताने के लिए आम आदमी पार्टी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्षद चंडीगढ़ के वातावरण का संज्ञान लेते हुए इस प्रस्तावित प्रसंस्करण संयंत्र की प्रभावशीलता और उपयुक्तता का बारीकी से अध्ययन करने के लिए वहां गए हैं और जब वे वापस आएंगे तो इस संयंत्र के गुण दोषों के बारे में अपनी स्पष्ट एवं ईमानदार राय दे पाएंगे ।