100 क्विंटल इक्षु रस का वितरण किया
चण्डीगढ़ : जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर श्री 1008 ऋषभदेव जी के पारणा दिवस पर श्री दिगम्बर जैन मंदिर सेक्टर 27 बी चंडीगढ़ में श्री जी का अभिषेक शांतिधारा के पश्चात नित्य नैमित्तिक पूजन एवं श्री ऋषभदेव महा मंडल विधान किया गया। उसके तत्पश्चात अहिंसा चैरिटवल सेवा समिति एवं सकल दिगम्बर जैन समाज के सहयोग से श्री दिगम्बर जैन मंदिर सेक्टर 27बी चंडीगढ़ में 100 क्विंटल इक्षु रस (गन्ने के रस) का वितरण किया गया।
जैन धर्मवलंबियो का मानना है कि गन्ने के रस को इक्षु रस भी कहते हैं। यह दिन वैशाख सुदी तृतीय इक्षु तृतीया एवं अक्षय तृतीया के नाम से विख्यात है इस दिन जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव जी ने 400 दिन की कड़ी तपस्या (निर्जल उपवास ) के पश्चात गन्ने के रस का पारणा किया था। इसलिए यह बैशाख शुदी तृतीया का दिन अक्षय तृतीया के नाम से विख्यात हो गया और जैन लोग मानते है जिस तिथि का कभी क्षय न हों वह तिथि अक्षय तृतीया का दिन है। इस दिन संपूर्ण भारत वर्ष में सभी जैन श्रद्धालु जगह जगह पर गन्ने के रस का वितरण करते है। राजेंद्र प्रसाद जैन डीएमसी एवं श्री दिगम्बर जैन सोसायटी सेक्टर 27बी चंडीगढ़ के प्रधान नवरत्न जैन ने बताया कि यह गन्ने के रस का वितरण 2008 से निरंतर चलता आ रहा है और आज लगभग 15000 हजार लोगों ने गन्ने के रस को पीकर आनंद लिया जिसमें अहिंसा चैरिटेबल सेवा समिति के पदाधिकारी अध्यक्ष अजय जैन, सचिव रजनीश, पंडित मनोज जैन, यशपाल अग्रवाल, नरेश गुप्ता, श्यामलाल जैन, हंस जैन, पवन जैन, राजकुमार जैन, विनय जैन एवं सभी कार्यकर्ताओं ने पढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
जैन धर्मवलंबियो का मानना है कि गन्ने के रस को इक्षु रस भी कहते हैं। यह दिन वैशाख सुदी तृतीय इक्षु तृतीया एवं अक्षय तृतीया के नाम से विख्यात है इस दिन जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव जी ने 400 दिन की कड़ी तपस्या (निर्जल उपवास ) के पश्चात गन्ने के रस का पारणा किया था। इसलिए यह बैशाख शुदी तृतीया का दिन अक्षय तृतीया के नाम से विख्यात हो गया और जैन लोग मानते है जिस तिथि का कभी क्षय न हों वह तिथि अक्षय तृतीया का दिन है। इस दिन संपूर्ण भारत वर्ष में सभी जैन श्रद्धालु जगह जगह पर गन्ने के रस का वितरण करते है। राजेंद्र प्रसाद जैन डीएमसी एवं श्री दिगम्बर जैन सोसायटी सेक्टर 27बी चंडीगढ़ के प्रधान नवरत्न जैन ने बताया कि यह गन्ने के रस का वितरण 2008 से निरंतर चलता आ रहा है और आज लगभग 15000 हजार लोगों ने गन्ने के रस को पीकर आनंद लिया जिसमें अहिंसा चैरिटेबल सेवा समिति के पदाधिकारी अध्यक्ष अजय जैन, सचिव रजनीश, पंडित मनोज जैन, यशपाल अग्रवाल, नरेश गुप्ता, श्यामलाल जैन, हंस जैन, पवन जैन, राजकुमार जैन, विनय जैन एवं सभी कार्यकर्ताओं ने पढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।