पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि स्टेट क्राइम ब्रांच की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट पंचकूला ने 6 वर्ष से गुमशुदा बच्चे को उसके परिवार से मिलवाया। यह मिलान इसीलिए भी ख़ास था कि बच्चा बोलने और सुनने में असमर्थ था जिसके कारण कॉउन्सिलिंग में और बच्चे से बातचीत करने में दिक्कत आ रही थी। आगे जानकारी देते हुए बताया कि यह नाबालिग बच्चा प्रदेश के यमुनानगर जिले से वर्ष 2017 से लापता हो गया था। स्टेट क्राइम ब्रांच ने अलग अलग जगहों पर फोटो भेज कर व थानों से पता लगवाया। गुमशुदा बच्चा घुमन्तु परिवार से सम्बंधित था और वर्ष 2017 में बच्चे का परिवार काम के लिए यमुनानगर जिले में आया हुआ था जहाँ से बच्चा लापता हो गया था। अनुसंधान अधिकारी एएसआई राजेश ने परिवार को उत्तर प्रदेश में ढूंढा व औपचारिकताएं पूरी कर परिवार के सुपुर्द किया।