दलितों के प्रति कुलदीप की नफरत का सूद समेत जवाब देगी हरियाणा की जनता- चौधरी उदयभान
दलित पिछड़े व गरीब तबके को शिक्षा, आरक्षण व कल्याणकारी योजनाओं से वंचित करना चाहती है बीजेपी- उदयभान
आदमपुर में बीजेपी जीती तो दलित व पिछड़े बच्चों के सरकारी स्कूलों पर लगेंगे ताले- उदयभान
आदमपुर में कांग्रेस जीती तो सरकार को खोलने पड़ेंगे बंद किए गए स्कूल, देने पड़ेंगे टीचर- उदयभान
भाजपा और कुलदीप बिश्नोई दोनों मूल रूप से दलित विरोधी- उदयभान
17 अक्तूबर, चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा है कि बीजेपी सरकार दलित, पिछड़े और गरीब वर्गों को शिक्षा, आरक्षण व कल्याणकारी योजनाओं से वंचित करना चाहती है। हरियाणा की खट्टर सरकार ने सरकारी स्कूलों को बंद करके अपनी योजना पर अमल शुरू कर दिया है। अगर गलती से आदमपुर में बीजेपी जीती है तो वह वंचित वर्गों के बच्चों को शिक्षा देने वाले सरकारी स्कूलों को ताले लगाने का काम करेगी। लेकिन अगर यहां से कांग्रेस जीतेगी तो सरकार को बंद किए गए स्कूलों को भी फिर से खोलना पड़ेगा और उनमें टीचर देने पड़ेंगे।
चौधरी उदयभान आज चंडीगढ़ में पत्रकारों से बात कर रहे थे। वो यहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में मतदान करने आए थे। इस मौके पर उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा, तमाम वरिष्ठ नेता और पार्टी डेलीगेट्स भी मौजूद रहे। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उदयभान ने कहा कि खट्टर सरकार ने क्रीमी लेयर की लिमिट 8 लाख से घटाकर 6 लाख रुपए करके और आय को परिवार पहचान पत्र से जोड़कर पिछड़े वर्ग के लाखों परिवारों का आरक्षण छीन लिया। इसी तरह पिछड़ों के बाद धीरे-धीरे दलितों का आरक्षण भी खत्म किया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष ने याद दिलाया कि सत्ता में आते ही खट्टर सरकार ने भपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार द्वारा चलाई गई 100-100 गज के प्लॉट आवंटन की योजना को बंद किया था। इस योजना के तहत दलित, पिछड़े व गरीब वर्ग के 4 लाख परिवारों को प्लॉट आवंटित किए गए थे और उन पर आवास बनाने के लिए लगभग 1-1 लाख रुपए की राशि दी गई थी। इसी तरह बीजेपी सरकार ने एससी कमीशन को भंग करने का भी काम किया। खट्टर सरकार को गरीबों का यह उत्थान कभी गवारा नहीं रहा। यही वजह है कि खट्टर सरकार ने स्कूलों में गरीब बच्चों को मिलने वाला वजीफा भी बंद कर दिया। यहां तक की गरीब बच्चों की छात्रवृत्ति में खट्टर सरकार के दौरान करोड़ों रुपए का घोटाला भी हुआ।
चौधरी उदयभान ने कहा कि बीजेपी की मूल विचारधारा ही दलित विरोध है। यही वजह है कि एक दलित के बेटे के अध्यक्ष बनने पर पूरी बीजेपी और दलित विरोधी मानसिकता से पीड़ित कुलदीप बिश्नोई जैसे नेताओं में खलबली मच गई। इसीलिए कुलदीप बिश्नोई ने दलित प्रदेश अध्यक्ष के विरोध में कांग्रेस के साथ गद्दारी की और दलित विरोधी विचारधारा वाली पार्टी बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया।
उदयभान ने कहा कि हरियाणा में नेतृत्व परिवर्तन के बाद दर्जनों नेताओं और हजारों कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस ज्वाइन की। इसमें दर्जनभर पूर्व विधायक शामिल रहे। लेकिन कुलदीप बिश्नोई इकलौते ऐसे नेता हैं जिन्होंने दलित के बेटे का विरोध करते हुए कांग्रेस से बगावत की। लेकिन अब समाज की बारी है और समाज अब कुलदीप बिश्नोई को सबकुछ सूद समेत लौटाएगा। दलित और पिछड़ा समाज आदमपुर में वोट की चोट से बीजेपी व कुलदीप बिश्नोई को जवाब देगा।