पोट्रेट फोटोग्राफी में लो की टेक्निक उत्तम है… नीतू कटियाल.. फोटो प्रदर्शनी का चौथा दिन
चंडीगढ़। ट्राइसिटी में विश्व फोटोग्राफी सप्त्ताह को सेलिब्रेट करने हेतु चल रहे हैं फोटो प्रदर्शनी दृष्टि का आज चौथा दिन था।ट्राइसिटी फोटो आर्ट सोसायटी (तपस) ने की है वार्षिक फोटो प्रदर्शनी चंडीगढ़ ललित कला अकैडमी के सहयोग से आयोजित ठीक है। आज की कार्यशाला की प्रस्तुतकर्ता प्रसिद्ध छायाकारा व तपस की प्रधान नीतू कटियाल थीं और विषय था सिंगल लाइट पोट्रेट फोटोग्राफी यानी के एक लाइट के साथ कैसे साधारण चेहरे को सुंदर पोट्रेट का आकार दिया जा सकता है। नीतू ने बताया कि वे पोट्रेट फोटोग्राफी के लिए ‘लो की’ तकनीक पर काम करतीं हैं व 100- 120mm लेंस का प्रयोग करती हैं।
नीतू कटियाल ट्राइसिटी की पहली महिला छायाकारा है जिन्होंने कुछ वर्षों की मेहनत और लगन से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया है। उन्होंने 2015 में फोटोग्राफी को शौकिया तौर पर शुरू किया था। परंतु उनके दृढ़ संकल्प और कुछ पाने की ललक ने शीघ्र ही उन्हें इस रोशनी की कला की ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। उनके द्वारा क्रिएट पिक्चर को देखकर सहज पता चल जाता है कि यह कलाकृति नीतू कटियाल की ही है। वे कलात्मक फोटोग्राफी की बारीकियों को बखूबी समझती हैं तभी तो उनको कई राष्ट्रीय फोटोग्राफी कंपटीशनज़ में जियूरी का सदस्य बनने का सम्मान प्राप्त हुआ है। अब तक वे कई डिस्टिंक्शनज़ व अवार्डस अपने नाम कर चुकी हैं।
इस मौके पर चंडीगढ़ ललित कला अकैडमी के चेयरमैन भीम मल्होत्रा व ट्राइसिटी के कई नामवर छायाकार उपस्थित थे। इसके अलावा संस्था से प्रशांत वर्मा, अनुज जैन, प्रवीण जग्गी, पीयूष, कमल कुमार, बीके जोशी, पलवी पिंगे भी शामिल थीं। प्रेस सचिव हेमंत चौहान ने बताया कि प्रदर्शनी में लगी सभी तस्वीरों के शीर्ष के साथ क्यूआरकोड दिया गया है जिसे स्कैन करते ही छायाकार व उसके वर्क के बारे विस्तृत जानकारी आपके मोबाइल पर आ जाएगी। प्रदर्शनी के अंतिम दिन 24 अगस्त को दोपहर 1 बजे प्रवीण जग्गी की बेसिक्स ऑफ पोस्ट प्रोसेसिंग विषय पर कार्यशाला होगी।