बसई गांव की बेटी कोमल शर्मा ने राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा में जूनियर रिसर्च फ़ेलोशिप की परीक्षा की उत्तीर्ण
– 97.91 परसेंटाइल अंक प्राप्त करके बढ़ाया जिला गुरुग्राम के साथ हरियाणा प्रदेश का गौरव
म्हारी छोरी के छोरा तह के कम सै के : माता प्रोमिला
गुरुग्राम। बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नही है, बेटियां दो कुलो का नाम रोशन करती है। म्हारी छोरी के छोरा तह के कम सै के यह बात यूजीसी नेट परीक्षा 2021 जेआरएफ सहायक प्रोफेसर का परिणाम पर कोमल शर्मा की माता प्रमिला देवी ने कही। उन्होंने बताया मेरी बेटी कोमल शुरू से ही होशियार है। यूजीसी नेट परीक्षा जेआरएफ सहायक प्रोफेसर का परिणाम में गुरुग्राम जिले की बसई गांव की बेटी कोमल शर्मा ने 97.91 परसेंटाइल अंक प्राप्त करके नाम रोशन किया है। उन्होंने राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा में जूनियर रिसर्च फ़ेलोशिप 97.91 परसेंटाइल अंक प्राप्त उतीर्ण की है। सरकार की तरफ से अब इनको हर माह पीएचडी के दौरान 35,000 रुपये प्रति माह स्कॉलरशिप दिया जायेगा। उनका विषय इकोनॉमिक था।
मान लो तो हार-ठान लो तो जीत, परिवार में जश्न का माहौल : कोमल
कोमल शर्मा ने कहा कि मान लो तो हार, ठान लो तो जीत। यह सब कड़ी मेहनत व सकारात्मक रहने से ही संभव हो पाया है। उन्होंने बताया कि वह 6 बहने व एक भाई है। अपने स्वर्गीय पिता सतीश शर्मा बसई से प्रेरणा लेते हुए पढ़ाई शादी होने के बाद भी जारी रखी। उनके पिता का सपना है कि मेरी बेटियां ऑफिसर बनकर हरियाणा प्रदेश के साथ भारत देश का नाम रोशन करें। परीक्षा परिणाम की खुशी में परिवार वालो ने मिठाई बाँटकर बधाई दी। कोमल ने कहा कि आज बेटियों को बेटो की तरह समझना चाहिए और ससुराल पक्ष को कोई भेदभाव न करके उनको भी आगे बढ़ने के अवसर देने चाहिए ताकि बेटियो की प्रतिभाओं को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि आज बेटियां बोझ नही है बल्कि अपने पैरों पर खड़ी होकर पुरुषों की भांति काम कर रही है। हमें अपनी रूढ़िवादी सोच को बदलना होगा और कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए सभी को आगे आना होगा। इस अवसर साक्षी, अंजू, भावना शर्मा, रामरती, इंद्रावती, पंकज कुमार, अवनी, नायरा, सक्षम, बबिता, कविता, ममता, ललिता, अंजू, पवन ठेकेदार आदि मौजूद रहे।