हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने प्रदेश में दो अनोखे रिकॉर्ड बनाए हैं। इन दोनों रिकॉर्ड को राष्ट्रीय स्तर पर स्थान देने वाली लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज होना चाहिए। इस सरकार में भर्ती रद्द किए जाने और पेपर लीक होने के रिकॉर्ड स्थापित हुए हैं।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि हर मोर्चे पर विफल रही प्रदेश सरकार के नाम यूं तो कई रिकॉर्ड दर्ज हो सकते हैं। लेकिन, सबसे बड़े काम पेपर लीक, नौकरियों में भ्रष्टाचार और अचानक से भर्तियां रद्द करना रहा है। इससे लाखों युवाओं के सुनहरे सपने एक ही झटके में चकनाचूर हो गए। जबकि, हजारों युवा भर्तियां रद्द होने के बाद अब ओवरएज होने की वजह से नई भर्तियों के लिए आवेदन तक नहीं कर पाएंगे।
कुमारी सैलजा ने कहा कि साल 2021 में प्रदेश की गठबंधन सरकार ने 3247 पदों के लिए 12 भर्तियां निकाली। इनमें से 1803 पदों के लिए हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन ने 9 भर्तियां निकाली, जबकि हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन ने 1454 पदों के लिए तीन भर्तियां निकालीं। इनमें से एक भी भर्ती पूरी तरह से सिरे नहीं चढ़ी। ज्यादातर भर्तियों पर सवाल उठे। पेपर लीक के कारण ग्राम सचिव व सिपाही की भर्ती परीक्षा को रद्द करना पड़ा। नौकरियों में भ्रष्टाचार के नए रिकॉर्ड बने और एचपीएससी के डिप्टी सेक्रेटरी रूपयों के साथ पकड़े गए।
कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पेपर लीक का रिकॉर्ड कायम किया है। इतने पेपर लीक आज तक किसी अन्य प्रदेश में भी नहीं हुए हैं। भर्ती रद्द करने का रिकॉर्ड भी इस सरकार ने बनाया है। हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन ने एक ही झटके में 40 भर्तियों को रद्द कर दिया। इन भर्तियों के लिए बेरोजगारों ने साल 2018 से आवेदन किए थे। भर्तियां पूरी न कर पाने की अपनी विफलता काे छिपाने के लिए आयोग ने 5321 पदों की भर्तियों को रद्द कर 15 लाख से अधिक युवाओं के सपनों को तोड़ दिया।