7 साल 4 हजार मकान कर्मचारी और कितना करें इंतजार बताए बीजेपी सरकार : राणा
बीजेपी की वादा खिलाफी ने छीना 4 हजार कर्मचारियों से मकान बनने का सपना
बिजली विभाग व सीटीयु के कर्मचारी सरकार की कारगुजारी से हैं तंग
चंडीगढ़ की जनता का आक्रोश इन चुनावों में बीजेपी को करेगा बेहोश
चंडीगढ़ 11 दिसंबर
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में कांग्रेस आलाकमान द्वारा कोऑर्डिनेटर लगाए गए सुजानपुर के विधायक व हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने आज सेक्टर 29 के वार्ड नम्बर 10 में कांग्रेस प्रत्याशी हरप्रीत कौर बबला के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार बताए कि मूलभूत आवासीय समस्या से जूझते हुए चंडीगढ़ प्रशासन के कर्मचारियों को सरकार ने किस कारण से सताया है। राणा ने खुलासा किया कि वर्ष 2008 में 4 हजार मकान चंडीगढ़ प्रशासन ने कर्मचारियों के लिए निकाले थे। 2010 में इन मकानों को लेकर ड्रा निकाला गया। लेकिन सरकार कर्मचारियों की इस मूलभूत समस्या को हल करने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 में जब कर्मचारियों ने चंडीगढ़ में अपना आशियाना बनाने का सपना संजोया था तब थ्री बीएचके का फ्लेट 34 लाख, टू बीएचके का फ्लेट 24 लाख व वन बीएचके का फ्लेट 13 लाख में देने का वायदा किया था। तब ईडब्ल्यूएस स्कीम के तहत वन बीएचके फ्लेट की कीमत 5 लाख तय हुई थी लेकिन इसमें यह शर्त रखी गई थी कि आवेदन करने वाले कर्मचारी का मकान ट्राई सिटी में नहीं होना चाहिए। 2014 में लोकसभा के चुनावों के दौरान बीजेपी ने जरुरतमंद लोगों से वायदा किया कि इस मामले को हल करके उन्हें घर अलॉट किए जाएंगे। लेकिन अब इस वायदे को किए गए 8 साल हो चुके हैं। 8 साल के इस अरसे में कई आवेदनकर्ता अपने आशियाने का इंतजार करते हुए मौत का शिकार हो गए हैं। जबकि कई इस इंतजार में रिटायर हो चुके हैं जो कि अब दूसरी जगह भी आवेदन करने से महरूम हैं। चंडीगढ़ को सिटी ब्यूटीफुल बनाने की अहम भूमिका में रहे यह कर्मचारी बीजेपी की वादा खिलाफी के कारण अपना आशियान बनाने से वंचित रह गए हैं। क्योंकि अब थ्री बीएचके फ्लेट की कीमत 34 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ 76 लाख, टू बीएचके फ्लेट का रेट 24 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ 35 लाख व वन बीएचके फ्लेट का रेट 13 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ 90 लाख रुपया कर दिया है। राणा ने कहा कि यह सारा खेल बीजेपी के नेताओं की क्रेडिट लेने की जंग में खेला गया है। जिसमें 4 हजार कर्मचारियों के आशियाना बनाने की हसरत को छीना गया है। वहीं चंडीगढ़ सीटीयु के कर्मचारी सरकार द्वारा प्राइवेट बसों को किलोमीटर शेयर बेसिज पर चलाने से नाराज नहीं बल्कि खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। जबकि चंडीगढ़ बिजली विभाग के कर्मचारी भी सरकार की कारगुजारी से भी हाल-बेहाल हैं। राणा ने कहा कि झूठ और झूठे झांसे देने वाली बीजेपी सरकार को चंडीगढ़ की जनता ने नगर निगम चुनावों में सबक सिखाकर चलता करने के पूरे मूड़ में है। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान वह जहां-जहां भी जा रहे हैं, वहां लोगों का मिल रहा स्नेह, समर्थन व सम्मान बता रहा है कि चंडीगढ़ नगर निगम के चुनावों में जनता बीजेपी को चलता करके सरकार को सख्त संदेश देगी। इस दौरान जनसभा में दविंदर सिंह ववला, युवा अध्यक्ष मोनू धीमान, शानू खान, बसिम, साधिक, महिला अध्यक्ष आशा कुमारी, निर्मल शर्मा, सुनीता कुमारी, उर्मिला के साथ सैंकड़ो लोग मौजूद रहे।