चण्डीगढ़ : श्री नंगली दरबार सेवा समिति, चण्डीगढ़ का वार्षिक सन्त समेलन “हर स्वास श्री नंगली वाले के नाम” श्री शिव मानस मन्दिर, उद्योगिक क्षेत्र, फेस दो (समीप ट्रिब्यून चौक) आयोजित किया गया जिसमें श्री श्री 1008 परमहँस दाता दीन दयाल अद्वैतानन्द जी महाराज एवं सद्गुरुदेव श्री श्री 1008 स्वामी श्री स्वरूपानन्द महाराज नंगली निवासी ने भगवान जी की लीलाओं का बखान किया। श्री नंगली दरबार सकौती टांडा जिला मेरठ , कुरुक्षेत्र, हरिद्वार, कैथल व अबोहर से आये हुए सन्त महांपुरुषों ने कहा कि सम्पूर्ण मानव जाति के जीवन में सद्गुरु का स्थान, गुरुओं व सन्तों के बिना मानव कल्याण सम्भव नही हो सकता। सन्त महांपुरुषों ने ऐसे दिव्य सन्देश, दिव्य वचनों को सुनाकर सारी संगत को मन्त्रमुग्ध कर दिया। इस कार्यक्रम के बीच-बीच में सारी संगत ने भजनों का आनन्द भी लिया। प्रधान सेवक देश राज राणा ने आये हुए सन्त समाज के साथ-साथ बाहर से व चंडीगढ़ से आये हुए भक्तजनों को अपना बहुमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद करते हुए बताया कि उनकी संस्था श्री सदगुरूदेव भगवान जी के बताए हुए मार्ग पर चलते हुए निरन्तर जन मानस के साथ राष्ट्र सेवा भी करती रही है। कोरोना काल जैसी विषम परिस्थितियों में हर दिन 1500 जरूरतमंद लोगों को लँगर देकर चण्डीगढ़ प्रशासन के साथ सदैव खड़े रहे। निरन्तर सेवाकार्य करते हुए रक्तदान शिविरों का आयोजन भी किया और साथ में छोटे-छोटे बच्चों में भक्ति का भाव भरने के लिए आध्यात्मिक संगीत व साज-बाज प्रतियोगिता के आयोजन हर वर्ष 2 अक्टूबर को श्री नंगली निवासी भगवान जी के गद्दी-नशीन दिवस व महात्मा गांधी जी के जन्मदिवस पर करवाती है। पिछले वर्ष के प्रतियोगी बच्चों व रक्तदान करने वाले दानियों को कार्यक्रम के दौरान समिति की ओर से सम्मानित भी किया गया।
ये जानकारी श्री नंगली दरबार सेवासमिति के प्रचार सचिव पीसी यादव व प्रेस प्रमुख अमित राणा ने दी।