पंचकूला 14 जुलाई- हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री चंद्रमोहन ने हरियाणा सरकार के 16 जुलाई से स्कूल खोलने के निर्णय पर पुनर्विचार करने की मांग की है ताकि देश के उज्जवल भविष्य विधार्थियों के अमूल्य जीवन को बचाया जा सके। श्री चन्द्र मोहन ने कहा कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर का प्रकोप अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। इसके साथ ही देश के प्रबुद्ध वैज्ञानिकों, डॉक्टरों और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोरोना की तीसरी लहर की आंशका व्यक्त की है। इंग्लैंड में तीसरी लहर पहले ही आ चुकी है। उनका मानना है कि तीसरी लहर बच्चों के लिए विशेष रूप से घातक सिद्ध हो सकती है। इस आशंका को ध्यान में रखते हुए ही सरकार को इस प्रकार का खतरा मोल लेने की प्रवृत्ति से बचना चाहिए। उन्होंने शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल गुज्जर से अनुरोध किया है कि बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए ही इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाएl उन्होंने कहा कि वह स्कूल खुलने के विरोधी नहीं हैं अपितु चिंता उन नौनिहाल बच्चों की है, जिन्होंने अभी अपने जीवन की शुरुआत करनी है। उन्होंने कहा कि कोरोना की विभीषिका ने किस प्रकार से हरियाणा प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल कर रख दी गई,उसकी स्मृतियां अभी लोगों के दिमाग से ओझल नहीं हुई है। श्री चन्द्र मोहन ने शिक्षा मंत्री को सुझाव दिया कि वह स्कूल खोलने की बजाय बच्चों को शत् प्रतिशत टीका लगाने की व्यवस्था करने पर जोर दे ताकि बच्चों का जीवन सुरक्षित हो सके। इस लिए उनका सुझाव है कि इन होनहार बच्चों के भविष्य को सुखद और सुरक्षित बनाने के लिए सम्पूर्ण टीकाकरण के बाद ही स्कूल खोलने का निर्णय ले। यह ही प्रदेश और बच्चों के भविष्य के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। प्रदेश में कोविड रोधी टीकाकरण अभियान का उल्लेख करते हुए उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज को याद दिलाया कि उन्होंने जुलाई में 25 लाख टीके लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया था, परसों सोमवार को 45000 लोगों को टीका लग पाया और यही गति रही तो जुलाई में केवल मात्र 10 से 11 लाख लोगों को ही वैक्सीन लग पाएगी। कोरोना की पहली और दूसरी डोज लगभग 18 लाख से अधिक लोगों को लगी है , इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि 16 जनवरी से शुरू हुए इस टीकाकरण अभियान के अन्तर्गत 6 महीने के दौरान 1 करोड़ 56 हजार लोगों को टीका लग चुका है। लगभग 2 करोड़ 50
लाख की आबादी वाले प्रदेश में अब तक 18 लाख 33 हजार लोगों को ही दोनों डोज लग पाई है। 8 जुलाई को हरियाणा सरकार को 1 लाख 50 हजार टीके केन्द्र सरकार से उपलब्ध हुए हैं इससे भी अधिक दिन काम नहीं चलेगा। इसकी गति और अधिक तेज किए जाने की जरूरत है ताकि इस बीमारी का मुकाबला दक्षता के साथ किया जा सके। श्री चन्द्र मोहन ने सुझाव दिया कि शिक्षा मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को आपसी तादात्म्य और समन्वय बनाकर कर ही स्कूल खोलने जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लेने चाहिेए। सभी बच्चों का अभी तक टीकाकरण पूरा नहीं हुआ है और अगर कोई अनहोनी हो गई तो इसका सारा दायित्व हरियाणा सरकार का होगा और ऐसी परिस्थिति में जबाब देही केवल मात्र सरकार की होगी। *****************