हिंदी – विभाग
पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़
आज दिनांक 24 जून 2021 को पंजाब विश्वविद्यालय के हिन्दी-विभाग द्वारा ‘महात्मा कबीर जयंती’ के उपलक्ष्य में विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमें केंद्रीय हिंदी निदेशालय नयी दिल्ली के (पूर्व उपनिदेशक ) डॉ० भगवती प्रसाद निदारिया ने ‘कबीर की प्रासंगिकता’ विषय पर विस्तार में प्रकाश डाला | आज कबीर को क्यों पढ़ा जाय? क्या कबीर का काव्य आज की समस्याओं के समाधान के लिए उपयुक्त है ? नैतिकता शून्य हो रहे युग को कबीर- वाणी क्या नैतिक मूल्यों को स्वीकार करने की प्रेरणा दे सकती है ? इन जैसे अनेक प्रश्नों पर डॉ० निदारिया ने तथ्यों के साथ विचार रखे | उन्होंने कबीर द्वारा अपनाए गए सत्य और प्रेम को इक्कीसवीं सदी की समस्याओं के समाधान के लिए मंत्र के रूप में आचरण में उतारने पर बल दिया | विद्यार्थियों और शोधार्थियों की ओर से किए गए प्रश्नों के उत्तर डॉ० निदारिया के द्वारा दिए गए | कार्यक्रम का संचालन हिंदी साहित्य परिषद् की सचिव सुलेखा देवी ने किया और स्वागत परिषद् की अध्यक्ष अंजलि कुमारी ने | इस कार्यक्रम में यू० जी० बोर्ड ऑफ स्टडी, पी० जी० बोर्ड ऑफ स्टडी, और एलुमनी के सदस्यों ने भाग लिया | कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर बैजनाथ प्रसाद, प्रो० नीरजा सूद, प्रो० सत्यपाल सहगल, प्रो० अशोक कुमार एवं डॉ० गुरमीत सिंह उपस्थित रहे | सभी को कबीरदास के काव्य से प्रेरणा ग्रहण करने का अवसर प्राप्त हुआ |