चंडीगढ़, 18 मई।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा कुमारी सैलजा ने बताया कि मंगलवार को प्रदेश के प्रत्येक जिले में कांग्रेस नेताओं द्वारा हरियाणा के महामहिम राज्यपाल के नाम जिला उपायुक्तों के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया। इस ज्ञापन द्वारा हरियाणा के माननीय राज्यपाल महोदय से हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा 16 मई को कोविड प्रोटोकॉल, लॉकडाउन तथा धारा 144 का उल्लंघन करने पर उनके (मुख्यमंत्री के) विरूद्ध उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है। इसके अतिरिक्त किसानों पर हिसार में हुए लाठीचार्ज जैसे बर्बर कृत्य के लिए मुख्यमंत्री से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने तथा कृषि विरोधी तीन काले कानूनों को जल्द से जल्द रद्द करने की मांग भी की गई है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर अपने सैंकड़ों समर्थकों सहित 16 मई कोविड नियमों को ताक पर रख कर हिसार में एक अस्थाई कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने गए थे। हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार ने एक ओर तो कोरोना महामारी को लेकर प्रदेश में लॉकडाऊन व धारा 144 लगाई हुई है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश के मुखिया ही स्वयं कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उन्होंने भाजपा-जजपा से पूछा कि अगर प्रदेश के मुख्यमंत्री ही कानून के खिलाफ कार्य करेंगे तो प्रदेश की जनता को कोविड के नियमों की पालना के लिए सरकार कैसे प्रेरित करेगी।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश का किसान पिछले 6 महीनों से भी अधिक समय से मोदी सरकार द्वारा थोपे गए कृषि विरोधी तीन काले कानूनों के विरोध में शांतिपूर्ण तरीके से लगातार संघर्ष कर रहा है परंतु हमारे अन्नदाता की आवाज न तो केन्द्र की सरकार सुन रही है और न ही हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार। ऐसे में जब प्रदेश के किसानों को पता चला कि 16 मई को हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर हिसार आ रहे हैं तो किसानों ने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखनी चाही। परंतु बड़े दुर्भाग्य की बात है कि शांतिपूर्ण तरीके से अपनी जायज मांगें रख रहे बेकसूर व निहथे किसानों पर भाजपा-जजपा सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्ण तरीके से लाठीचार्ज, आंसू गैस का प्रयोग किया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा के इशारे पर पुलिस द्वारा निर्ममतापूर्ण तरीके से की गई कार्रवाई के कारण सैंकड़ों किसानों एवं महिलाओं को गंभीर चोटें आई हैं।
कुमारी सैलजा ने कहा कि केन्द्र व राज्य की तानाशाही सरकारें जब तक किसानों की मांगे नहीं मान लेती तब तक कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनकी आवाज बुलंद करती रहेगी।