पंचकूला 29 अप्रैल- हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री चंद्रमोहन ने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री औरलोकनिर्माण मंत्री श्री दुष्यंत चौटाला से मांग की है कि प्रदेश में तारकोल की सड़कों के स्थान पर सीमेंट की सड़कें बनाने कीसम्भावनांओ का पता लगाने के साथ साथ सीमेंट की सड़कें बनाने के बारे में एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए। श्री चन्द्र मोहन ने कहा कि जैसा कि प्रायः देखने में आया है कि सीमेंट की सड़कें ज्यादा टिकाऊ और लम्बे समय तक चलनेवाली सिद्ध हुई हैं। अब टैक्नोलॉजी के विस्तार के साथ साथ सड़कों को बनाने की नई विधि को आत्मसात करने की जरूरत है। इससेजहां सरकार का पैसा बचेगा, वहीं दूसरी ओर पट्रोल और डीजल की भी बचत होगी तथा गाडियां के इंजन
पर भी कम असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले गुरुग्राम में तारकोल की जगह सीमेंट की सड़केंबनाने की प्रक्रिया की शुरुआत भी की गई थी और इसके बड़े अच्छे परिणाम भी सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भी नागपुरसे यवतमाल के बीच सीमेंट की सड़क बनाई गई है। उन्होंने कहा कि इस नई टैक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल करते हुए भविष्य में बननेवाली अधिकतर सड़कों का निर्माण सीमेंट की सड़कें बनाने के साथ ही किया जाए। श्री चन्द्र मोहन ने हरियाणा के लोकनिर्माण मंत्री से मांग की है प्रदेश में भविष्य में बनने वाली नई सड़कों का निर्माण कार्य भी सीमेंट की सड़कें बना करपूरा किया जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि नगर निगम पंचकूला द्वारा भविष्य में बनाई जाने वाली सड़कों को भी सीमेंट की नई तकनीक केसाथ ही बनाया जाए। उन्होंने याद दिलाया कि कि संसद की संसदीय समिति की रिपोर्ट में भी खुलासा किया गया है कि सीमेंट कीसड़कों के रखरखाव में बहुत ही कम खर्च होता जबकि तारकोल की सड़कों को रखरखाव के लिए अधिक पैसा व्यय करने की जरूरतहोती है क्योंकि वह लम्बे समय तक नहीं चलती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सड़कों के निर्माण के मामले मेंहरियाणा सरकार पंचकूला के साथ भेदभाव कर रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ साथ शहर की कई सड़कों की हालत बहुत ही दयनीय है।उन्होंने विधानसभा के अध्यक्ष और स्थानीय विधायक श्री ज्ञान चंद गुप्ता से आग्रह किया है कि वह जिला पंचकूला की सड़कों कीदयनीय हालत के बारे में मामला सरकार के समक्ष उठाए ताकि इन सड़कों का सुधार होने से लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधाए उपलब्ध हो सकें।