नई दिल्ली, 27 फरवरी, 2021
दिल्ली प्रदेश नेशनल पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष श्री राजीव जौली खोसला ने पैंथर्स परिवार के साथ आजादी दिलाने वाले संग्राम में अहम भूमिका निभाने वाले शहीद चंद्रशेखर आजाद के शहीदी दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री खोसला ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद का जन्म भारत माता के ऊपर न्यौछावर होने के लिए ही हुआ था। चंद्रशेखर आजाद का स्पष्टतौर पर कहना था कि ‘मैं आजाद हूं, आजाद ही जीऊंगा और आजाद ही मरूंगा, लेकिन मैं किसी फिरंगी के हाथों नहीं मरूंगा‘। वे तत्कालीन प्रधानमंत्री जी से भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, की फांसी की सजा को कम करवाकर उम्र कैद की सजा में बदलना चाहते थे, मगर तत्कालीन प्रधानमंत्री से उनकी गहमागहमी हो गई और वे वहां से गुस्से में आकर इलाहाबाद के पार्क में बैठ गए, जहां उनकी आज भी विशाल प्रतिमा लगी हुई है। फिरंगी ने आकर उन्हें घेर लिया और गोलाबारी हुई। वे आखिरी गोली स्वयं को मारकर वीरगति को प्राप्त हुए और उसके दो दिन बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री की पत्नी ने इलाहाबाद के पूरे शहर में शहीद चंद्रशेखर आजाद जी के चित्रों के साथ पूरे इलाहाबाद में सड़कों पर जुलूस निकाला।
चंद्रशेखर आजाद जहां शहीद हुए थे, उसकी मिट्टी ले जाकर वहां की जनता अपने-अपने घरों में लेकर आयी थी।ं क्या तब से लेकर अब तक के प्रधानमंत्री दोहरी भूमिका निभाते आ रहे हैं उनकी कथनी और करनी का फर्क तब भी प्रधानमंत्रियों में था और आज भी स्पष्टतौर से नजर आ रहा है, जिस प्रकार किसान आंदोलन को दिल्ली की सीमा पर बैठे हुए तकरीबन 100 दिन होने वाले हैं, मगर मोदी मंत्रिमंडल टस से मस नहीं हो रही। किसान भारत की 130 करोड़ जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं। यह भारत की जनता को सोचना चाहिए और उनका साथ देना चाहिए।