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चंडीगढ़, सुनीता शास्त्री। यस बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था की रीति कहे जाने वाले सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को मजबूत बनाने और फंड तक उनकी पहुंच को आसान करने के लिए यस एमएसएमई को पेश किया है। यह ऑफर एमएसएमई की व्यावसायिक और व्यक्तिगत, दोनों आवश्यकताओं का खयाल रखते हुए नए दौर के उद्यमियों को फंडिंग देने और उनकी क्षमता को अधिकतम करने वाली सुविधाओं से लैस है। ग्राहकों और उद्योग संघों की अंतर्दृष्टि और प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए, यस एमएसएमई ऑफर को पेश किया गया है। यस एमएसएमई, व्यापार के विस्तार, गति को बनाए रखने और खुदरा, विनिर्माण, थोक, व्यापार और सेवा प्रदाताओं के लिए ऋण, जमा, बीमा, अनुकूलित और अलग-अलग डिजिटल समाधान के माध्यम से विकास को गति देने में एमएसएमई का समर्थन करने पर केंद्रित है। इसमे स्व-नियोजित सेगमेंट के लिए विशेष चालू खाते का ऑफर भी शामिल है। यस बैंक 18 से 22 जनवरी, 2021 तक एमएसएमई कार्निवल के दौरान इस कार्यक्रम के शुभारंभ का जश्न मना रहा है, जिसमें बैंक के एमएसएमई पर भारत भर में कई ग्राहक-केंद्रित कार्यक्रम शामिल हैं; इसमें डीलर और ओईएम भागीदारों के माध्यम से सक्रिय भागीदारी वाली शाखाएं हैं। इन कार्निवलों की मेजबानी के लिए बैंक ने 700़ से ज्यादा भागीदारी की है।परिवहन व राजमार्ग केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी ने इस क्षेत्र की अकूत संभावनाओं को इंगित करते हुए कहा कि ‘इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। एमएसएमई क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था की रीतिहै। क्षेत्र ने अब तक 11 करोड़ड़ रोजगार सृजित रीतिहैं और अर्थव्यवस्था का 30 फीसदी हिस्सा इस क्षेत्र से आता है। इस क्षेत्र में निवेश समय की मांग है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस पहल से उद्योग और सरकार द्वारा किए गए प्रयासों का विस्तार करने में मदद मिलेगी। मैं एमएसएमई क्षेत्र के पारिस्थितिक तरीका को मजबूत करने की दीर्घकालिक योजना के तहत इस नई पहल के लिए यस बैंक को बधाई देता हूं। यस बैंक की टीम सहित एमडी व सीईओ श्री प्रशांत कुमार को 2024 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के केंद्र सरकार के बड़े विजन में योगदान करने के लिए शुभकामनाएं।’यस बैंक के एमडी और सीईओ श्री प्रशांत कुमार ने लॉन्च के दौरान कहा, ‘यस बैंक इस रोजगार-गहन क्षेत्र के विकास का समर्थन करने और अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। बैंक का यह प्रस्ताव एमएसएमई के लिए वित्त तक पहुंच में सुधार करेगा और अन्य ग्राहक-केंद्रित उपायों के बीच उनकी प्रौद्योगिकी उन्नयन का समर्थन करेगा। मुझे विश्वास है कि हमारे उपायों से ठोस परिणाम निकलेंगे और एक आत्मनिर्भर राष्ट्र की सामूहिक दृष्टि में योगदान मिलेगा।’यह प्रस्ताव डिजिटल ऋण देने और फिनटेक भागीदारी, दोनों के माध्यम से पूंजी तक तेजी से पहुंच प्रदान करते हुए बिजनेस की रिइंजीनियरिंग करता है। विशेष रूप से, नवीन स्टार्टअप कार्यक्रम, स्पार्क कंसल्टेंसी और एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) के साथ, 5 करोड़ रुपए तक का संपाशर््िवक-मुक्त धन प्रदान करता है।इसकेअलावा, बैंक से एमएसएमई ऋणों के प्रसंस्करण के लिए टर्नअराउंड समय काफी कम होगा। अन्य विशेषताओं में प्री-अप्रूव्ड कमर्शियल क्रेडिट कार्ड, समर्पित रिलेशनशिप मैनेजर के साथ सलाहकार और धन प्रबंधन समाधान शामिल हैं। करोना के चलते तनाव में आए एमएसएमई क्षेत्र के जीडीपी योगदान को बढ़ाने के लिए यस बैंक की ओर से एक यह एक और सार्थक कदम उठाया गया है। एमएसएमई का जीडीपी में वर्तमान योगदान 30 फीसदी है, जिसे 50 फीसदी तक बढ़ाने की सरकार की परिकल्पना है।प्रस्ताव की पांच प्रमुख खासियत इस प्रकार है -ऋण:अनुकूलित वित्त पोषण के साथ आसान ऋण चैनल, सरकारी योजनाएं, व्यापार और वित्त एसएमई प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ), निवेश बैंकिंग (आईबी), एक समर्पित एमएसएमई सेल, जीएसटी-आईटीआर विवरणों की त्वरित प्राप्ति में आसानी के लिए उत्पाद समाधानों को सक्षम करना, तेजी से पहुंच बनाना आदि बढ़त: बचत खाते-सावधि जमा में चालू खाता केंद्रित कार्यक्रम – यस प्रेमिया, यस फस्र्ट बिजनेस और परिसंपत्ति केंद्रित लॉयल्टी रिवार्ड्स कार्यक्रम सरलता: यस स्पार्क के तहत 5 करोड़ रुपए तक का स्टार्ट-अप ऋण, डिजिटल एप्लिकेशन – यस एमएसएमई, यस ट्रांसेक्ट, फिनटेक भागीदारी और डिजिटल पेरोल समाधान साथ: यस बिज कॉन्टेक्ट – 700 से अधिक उद्योग संघों से जुड़े मजबूत बाजार संबंध बनाने के लिए सहयोगी समाधान, तकनीक-आधारित साझेदार समाधान, सलाह, एमएसएमई न्यूजलैटर्स और डिस्कशन फोरम के माध्यम से ज्ञान साझा करनासुरक्षा: व्यवसाय बीमा उत्पादय, व्यक्तिगत -जीवन, स्वास्थ्य, सामान्य-धन समाधान और निवेश।
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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020