– पारस अस्पताल गुरुग्राम व ईमरान ईएनटी अस्पताल नारनौल में मिलेगी ये सुविधा
– 0 से 5 साल के आयुवर्ग के बच्चों को मिलेगा लाभ
गुरुग्रामः 02 नवम्बर 2020
जिला प्रशासन एवं रेडक्रॉस सोसायटी तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से जो बच्चें बोल और सुन नहीं सकते ऐसे बच्चों का निःशुल्क आप्रेशन पारस अस्पताल गुरुग्राम एवं ईमरान इएनटी अस्पताल नारनौल से करवाया जाएगा, ताकि उन बच्चों को श्रवण वाणी यंत्र (काॅकलियर इंप्लांट) लगाए जा सके जिससे वे भी अन्य बच्चों की तरह बोल और सुन सके।
उपरोक्त जानकारी देते हुए जिला उपायुक्त एवं रेडक्रॉस सोसायटी गुरुग्राम के अध्यक्ष अमित खत्री ने बताया कि एडिप योजना के अंतर्गत 0 से 5 साल के बच्चों को ये सुविधा उपलब्ध की जाती है जिस पर लाखों की राशि खर्च होती है। ये सारा खर्च सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वहन किया जाता है। उन्होने ने आगे कहा कि रेडक्रॉस सोसायटी गुरुग्राम द्वारा ऐसे सभी बच्चों की सूची बनाकर ईमरान इएनटी अस्पताल एवं पारस अस्पताल को भेजी जाएगी जिससे कि सभी कागजात पूरे होने के उपरान्त उनको श्रवण वाणी यंत्र (काॅकलियर इंप्लांट) लगाए जा सके।
उपायुक्त ने आगे बताया कि काॅकलियर इंप्लांट का खर्च अधिक होने के कारण गरीब व्यक्ति ये आप्रेशन करवाने में असमर्थ रहता था, अब सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा ऐसे बच्चों के लिए लाभकारी योजना बनायी गई है जो कि पूर्ण रुप से निःशुल्क है। उन्होनें कहा कि रेडक्रॉस सोसायटी गुरुग्राम के सचिव श्याम सुन्दर की ईमरान इएनटी अस्पताल नारनौल से वार्तालाप हो चुकी है तथा उनके साथ अनुबंध भी किया है कि जो भी सूची रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी ईमरान इएनटी अस्पताल नारनौल बिना देरी किए उन बच्चों का आप्रेशन करेगा।
उपायुक्त ने ये भी जानकारी दी कि इस सुविधा के लिए आप सीधे तौर पर ईमरान अस्पताल या रेडक्रॉस सोसायटी से पंजीकरण करवा सकते है। उन्होनें कहा कि रेडक्रॉस सोसायटी जिला गुरुग्राम के साथ-साथ अन्य जिलों के बच्चों के निःशुल्क आप्रेशन करवाने का भी सहयोगी बनेगा।
उपायुक्त गुरुग्राम ने सभी सामाजिक संगठनों, ग्राम पंचायतों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि यदि उनके आस-पास 0 से 5 साल आुय वर्ग के बच्चे रहते है जिनको बोलने अैर सुनने में दिक्कत हो तो उनकी सूचना रेडक्रॉस सोसायटी को उपलब्ध कराएं, जिससे की इन बच्चों का आप्रेशन तुरन्त करवया जा सके।