फोर्टिस मोहाली के डॉक्टर्स ने गंभीर हृदय रोगी को एडवांस्ड टेक्नोलॉजी रोटाबलेशन से स्वस्थ किया
चंडीगढ़,सुनीता शास्त्री।
मोहाली, 13 अक्टूबर, 2020: फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली के अनुभवी डॉक्टरों की एक टीम ने एंजियोग्राफी के द्वारा सामने आए गंभीर कैल्सीफाइड स्टोनी हार्ड आर्टिरीयल ब्लॉकेज से प्रभावित 66 वर्षीय पुरुष मरीज का इलाज करने के लिए एक एडवांस्ड टेक्नोलॉजी रोटाबलेशन का उपयोग करके सफल उपचार प्रदान किया। फोर्टिस डॉक्टर्स ने ये एक बड़ी और महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। मरीज का सफल इलाज करने वाली टीम का नेतृत्व डॉ.आर.के.जसवाल, डायरेक्टर, कैथ लैब, फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली ने किया। मरीज को इमरजेंसी की स्थिति में अस्पताल लाया गया था। हालांकि उन्हें बाईपास सर्जरी की सलाह दी गई थी, लेकिन डॉक्टरों की टीम ने कई कोरोनरी आर्टेरियल बायपास ग्राफ्टिंग (सीएडीजी) प्रक्रियाओं से बचने के लिए इस अनूठी तकनीक का उपयोग करने का निर्णय लिया। रोटाबलेशन टेक्नोलॉजी के साथ, आर्टियल पाथवेज (धमनी मार्गों) में कैल्शियम की मात्रा को संशोधित किया गया और क्रैक्ड किया गया और मरीज में स्टेंटिंग को संभव बनाया गया है। रोगी ने उपचार को अच्छा रिस्पांस दिया और वे पूरी तरह से स्वस्थ हो गए।
डॉ.आरके जसवाल ने इस नवीनतम तकनीक के बारे में बात करते हुए कहा कि ‘‘कई वर्षों से, एक तय प्रक्रिया के तौर पर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट कोरोनरी आर्टिरी डिजीज (सीएडी) के इलाज के लिए कोरोनरी एंजियोग्राफी के विश्लेषण के बाद डायग्नोज और उपचार की योजना के लिए अपनी अनुभवी आंखों पर भरोसा कर रहे हैं। बीते सालों में, हमारे पास उपलब्ध सभी नई तकनीकों पर काम करने और उनमें विशेषज्ञता हासिल करते हुए, हमने अत्याधिक कैल्सीफाइड कोरोनरी आर्टिरी रोगों के उपचार के लिए फोर्टिस मोहाली के डिपार्टमेंट ऑफ कार्डियक साइंसेज को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने की कोशिश की है, जिसमें एडवांस्ड टेक्नोलॉजीज का उपयोग किया जा रहा है, जिनमें रोटाबलेशन, इंट्रावस्कुलर लिथोट्रिप्सी, फ्रैक्शनल फ्लो रिजर्व (एफएफआर) और ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी (ओसीटी) शामिल हैं।