चंडीगढ़, 27 जुलाई –
एक तरफ हमारा देश इस समय भारी संकट में है, वहीं दूसरी तरफ देश की जनता को इस संकट से निकालने की बजाय भाजपा षड्यंत्र रचकर कांग्रेस की सरकारों को गिराने में लगी हुई है। भाजपा द्वारा लगातार सत्ता का दुरुपयोग कर लोकतंत्र, हमारी संस्थाओं और लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकारों पर हमले किए जा रहे हैं।
यह बातें कांग्रेस पार्टी के विधायकों और नेताओं ने हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा पंचकूला में आयोजित धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहीं। धरना प्रदर्शन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के निर्देशानुसार राजस्थान में भाजपा द्वारा सरकार गिराने की रची जा रही साजिशों के खिलाफ आयोजित किया गया था।
इस दौरान विधायक शमशेर सिंह गोगी, रेनू बाला, मेवा सिंह, प्रदीप चौधरी, वरुण मुलाना, पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा, पूर्व संसदीय सचिव रामकिशन गुर्जर, पूर्व विधायक जसबीर मलौर, प्रदेश महिला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सुधा भारद्वाज, प्रदेश कोषाध्यक्ष रोहित जैन, उपेन्द्र आहलुवालिया, रंजीता मेहता, सुषमा खन्ना, निर्मला चौहान, वेणु अग्रवाल, निलय सैनी, संजीव भारद्वाज, रणधीर राणा और अमरदीप बरार मौजूद रहे।
धरने में मौजूद कांग्रेस पार्टी के विधायकों और नेताओं ने कहा कि भाजपा द्वारा सत्ता का दुरुपयोग कर लोकतंत्र, हमारी संस्थाओं और लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकारों पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। पिछले समय में देश के कई राज्यों में भाजपा द्वारा जनता के जनादेश की हत्या कर सरकारें गिराई गई हैं। एक तरफ देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, देशवासी गंभीर आर्थिक संकट से ग्रस्त हैं। बेरोजगारी चरम पर है, छोटे-बड़े धंधे और व्यवसाय बंद होने की कगार पर हैं। चीन हमारे क्षेत्र पर कब्ज़ा बनाए है। परंतु केंद्र की भाजपा सरकार कोरोना-आर्थिक संकट-चीन से लड़ने की बजाय कांग्रेस की सरकारें गिराने के षडयंत्र में लगी हुई है। भाजपा धन बल का इस्तेमाल करने के साथ_साथ संवैधानिक संस्थाओं का भी दुरुपयोग कर रही है। खरीद-फरोख्त के दम पर लोकतांत्रिक ढंग से चुनी हुई सरकारों को गिराना आज सामान्य बात हो चुकी है।
आज सभी देशवासियों का यह कर्तव्य बनता है कि हम इसके खिलाफ आवाज़ उठाएं। इसी को लेकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के निर्देशानुसार लोकतंत्र-संविधान को बचाने की मांग और भाजपा द्वारा किए जा रहे अलोकतांत्रिक व असंवैधानिक कार्यों को उजागर करने के लिए धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया है। विधायकों और नेताओं ने कहा कि सत्ता के दुरुपयोग से लोकतांत्रिक सरकारों को तोड़ना बंद किया जाए और राजस्थान विधानसभा का सत्र तुरंत बुलाया जाए।