चंडीगढ़ की ज्वैलरी डिजाइनर पवित गुजराल ने जीता अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार,
चंडीगढ़, सुनीता शास्त्री।चंडीगढ़ की उभरती ज्वैलरी डिज़ाइनर सुश्री पवित गुजराल (28) ने हाल ही में अमेरिका में आयोजित प्रतिष्ठित सौल बेल डिजाइन अवार्ड्स (एसबीडीए) 2020 में पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय ज्वेलरी डिजाइनर बनकर इतिहास रच दिया है। गौरतलब है कि एसबीडीए को पिछले 20 वर्षों से दुनिया भर में आभूषण डिजाइन प्रतिभाओं की पहचान करने और सम्मानित करने के लिए जाना जाता है। पुरस्कार हर साल आयोजित किए जाते हैं और इस साल दुनिया की सर्वश्रेष्ठ ज्वैलरी सप्लाई चेन्स में से एक रियोग्रांडे ने इसे प्रायोजित किया था।पवित को प्रतिष्ठित श्रेणियों में एक नहीं बल्कि दो पुरस्कार मिले। उन्होंने अपने शानदार डांसिंग फिश कलेक्शन के लिए ज्वेलरी कलेक्शन श्रेणी में पहला स्थान प्राप्त किया और आकर्षक कोरल रिंग के लिए गोल्ड / प्लैटिनम श्रेणी में दूसरा स्थान हासिल किया। पवित ने अपनी स्कूली शिक्षा विवेक हाई स्कूल, चंडीगढ़ से प्राप्त की है और उसके बाद यूके से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री ली। इसके बाद उन्होंने न्यूयॉर्क के प्रसिद्ध जेमोलोजिकल इंस्टीट्यूट (जीआईए) में हीरे, रंगीन रत्न और डिजाइन का अध्ययन किया।पवित गुजराल कहती हैं, प्रतिष्ठित सौल बेल डिजाइन अवार्ड्स में मिली मान्यता के लिए मैं हृदय स आभारी हूं। मुझे एकमात्र अफसोस इस बात का है कि कोविड-19 महामारी के कारण शानदार पुरस्कार कार्यक्रम रद्द करना पड़ा और सभी पुरस्कारों की घोषणा ऑनलाइन की गयी। मुझे अपना पुरस्कार प्रमाण पत्र कूरियर द्वारा मिला है। यह एक बड़ा नुकसान रहा, क्योंकि मैंने और मेरे परिवार ने इस कार्यक्रम में भाग लेने की पूरी तैयारी की हुई थी। ज्वैलरी डिजाइनर और जेमोलॉजिस्ट पवित गुजराल के नये-नवेले डिजाइन ने निर्णायक मंडल पर एक जादू सा कर दिया। वह एक उम्दा स्कूबा गोताखोर हैं और उनकी दोनों पुरस्कृत पोशाकें समुद्री दुनिया से प्रेरित थीं। डांसिंग फिश कलेक्शन के लिए उन्हें चुना गया, जिसमें एक हार और मैचिंग झुमके शामिल थे। यह कलेक्शन 18 कैरेट गोल्ड में 4,000 से अधिक स्टोन्स से तैयार किया गया था और यह शानदार बेट्टा फिश से प्रेरित है, जो नृत्य करती है। कलेक्शन में रूबीज और पिंक सैफायर का मेल है, जो अद्वितीय प्रभाव पैदा करते हैं। खूबसूरत पीयर ब्रिलिएंट टेंजेनाइट में गहरे नीले सागर की झलक मिलती है।समुद्र को चमकीला और जीवंत बनाने में रंगीन कोरल का बड़ा योगदान होता है, जिससे प्रेरित होकर डिजाइनर ने कोरल रिंग की कल्पना की,जिसके लिए उन्हें दूसरा स्थान मिला। 18 कैरेट गोल्ड से निर्मित इस पुरुस्कृत मास्टरपीस में ट्रिलियन डायमंड्स का अद्भुत मेल है, जिसमें सफेद इथियोपियाई ओपल शामिल है।पवित गुजराल डिजायंस की संस्थापक, पवित ने आगे कहा, ‘मेरे ज्वैलरी लेबल के पीछे आइडिया यह है कि इसके जरिये लोगों को कुछ सबसे सुंदर और दुर्लभ रत्नों के बारे में शिक्षित किया जाये, जिनके बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है। मैं भारत में प्रचलित डिजाइन की रटी-रटायी परंपरा को तोडऩा चाहती हूं और आभूषणों का एक नया ट्रेंड ला रही हूं, जो अद्वितीय और बोल्ड है। पवित की उपलब्धि इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वह ज्वैलरी की बैकग्राउंड से नहीं हैं। उनका परिवार स्वास्थ्य सेवा उद्योग से जुड़ा है। ज्वैलरी डिजाइनिंग उनका पैशन है और उन्होंने अपने दिल के सपने को ही अपना करियर बनाया है।अंत में पवित ने कहा, मैं ज्यादातर 18 कैरेट गोल्ड के साथ काम करती हूं लेकिन अब मैं टाइटेनियम पर भी काम करना चाहूंगी। भारतीय समाज अभी तक टाइटेनियम के आभूषणों से वाकिफ नहीं है, इसलिए मैं इसे यहां लोकप्रिय बनाना चाहूंगी। मुझे रत्नों से लगाव है। मैं ट्रेंड के हिसाब से नहीं चलती हूं। मैं सिर्फ वही डिजाइन तैयार करती हूं जो मेरे दिमाग में आता है। अगर ट्रेंड के हिसाब से चलूं तो मैं अपनी कल्पना का उपयोग नहीं कर पाऊंगी। मैं ट्रेंडसेटिंग ज्वैलरी बनाना चाहती हूं।