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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

आर्यन्स ग्रुप द्वारा ड्रग एब्यूज एंड इलिसिट ट्रैफिकिंग के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया गया

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चंडीगढ़ सुनीता शास्त्री। मोहाली पंजाब पुलिस, पटियाला और आर्यन्स ग्रुप ऑफ कॉलेजिस, राजपुरा, नजदीक चंडीगढ़ द्वारा आज ड्रग एब्यूज एंड इलिसिट ट्रैफिकिंग पर एक जागरूकता वेबिनार का आयोजन किया गया। एसएसपी, पटियाला, सरदार मंदीप सिंह सिद्धू सत्र के मुय अतिथि थे। डॉ अंशु कटारिया, चेयरमैन, आर्यन्स ग्रुप वेबिनार के मध्यस्थ थे। इस वेबिनार में आर्यन्स ग्रुप के छात्रों और कर्मचारियों ने भाग लिया।सुश्री परमिंदर कौर, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, आईआरसीए, साकेत हॉस्पीटल, पटियाला; श्री अमृतपाल सिंह, काउंसलर, एंटी ड्रग एडिक्शन सेंटर, पटियाला; सुश्री मैरी, काउंसलर, एंटी ड्रग सेंटर, रेड क्रॉस, पटियाला; इंस्पेक्टर, पुष्पा देवी, पुलिस एजुकेशन सैल, पटियाला इस अवसर पर वक्ता थे।एसएसपी, पटियाला, सरदार मंदीप सिंह सिद्धू ने छात्रों के साथ डिप्रेशन, सहकर्मी दबाव, दवाओं पर निर्भरता, स्वयं की कमी सहित विभिन्न पहलुओं पर बातचीत की और उन्हें अपने संबंधित स्थानों पर जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित किया। सुश्री परमिंदर कौर ने कहा कि नशा युवाओं के बीच एक गंभीर समस्या है और इसे नियंत्रित करना एक बड़ी चुनौती है। ऐसे किसी भी प्रयास में सफल होने के लिए, यह आवश्यक है कि जवानों की रचनात्मक ऊर्जा को अच्छे कार्यो के लिए प्रयोग किया जाए।श्री अमृतपाल सिंह ने कई कारणों पर प्रकाश डाला जो युवा पीढ़ी में देखे जाते हैं जो नशा की ओर जाते हैं। उन्होंने कहा कि नशों को समाप्त करने के लिए ना सिर्फ नशा रोधी कार्यक्रमों पर जोर देना चाहिए, बल्कि लोगों, खासकर स्कूल और कॉलेज के छात्रों को इस बारे में शिक्षित करना चाहिए।सुश्री मैरी और पुष्पा देवी ने कहा कि आत्म विश्वास, आत्म-नियंत्रण, संचार अंतराल में कमी, मजबूत पारिवारिक संबंध, आत्म-जागरूकता और स्वास्थ गतिविधियों में भागीदारी नशों से मुक्ति पाने के कारगर उपाय है।यह उल्लेख्रनीय है कि एक रिपोर्ट के अनुसार 850,000 भारतीय को नशीली दवाओं के इंजेक्शन लगाते है, 10 से 17 साल के 1.3′ बच्चे शराब का उपयोग करते है, लगभग 460,000 बच्चे और 1.8 मिलियन वयस्कों को नशों पर निर्भरता के कारण मदद की आवश्यकता है। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे किसी भी गलत कंपनी में न पडे और हमेशा अपने विश्वास और अपने परिवार के समान को बनाए रखेंगे।