- मार्च 2020 में स्मार्टफोन की शिपमेंट 13 फीसदी गिरकर 27.2 करोड़ यूनिट्स पर पहुंची
- लॉकडाउन में लोगों ने स्मार्टफोन का जमकर इस्तेमाल किया, इस दौरान गेमिंग और ओटीटी सर्विस का ग्राफ बढ़ा
दैनिक भास्कर
May 01, 2020, 09:31 PM IST
नई दिल्ली. वैश्विक स्मार्टफोन मार्केट पर भी कोरोनावायरस का काफी गहरा असर पड़ा है। रिसर्च फर्म कैनालिक ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि स्मार्टफोन शिपमेंट की दर 13 फीसदी गिरकर 27.2 करोड़ यूनिट पर तक पहुंच गई। काउंटर पॉइंट रिसर्च ने भी अपनी रिपोर्ट में बताया कि मार्च 2014 तिमाही के बाद ऐसा पहली बार देखने को मिला है जब किसी तिमाही में ग्लोबली स्मार्टफोन शिपमेंट का आंकड़ा 30 करोड़ यूनिट से कम रहा। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना के कारण अगली तिमाही में इससे भी बुरा असर देखने को मिल सकता है।
कैनालिस में आगे बताया कि स्मार्टफोन मार्केट ने 2020 में अच्छी खासी शुरुआती की थी लेकिन कोरोना के कारण नए डिवाइस की मांग खत्म हो गई। जब कोरोना चीन में फैलाना शुरू हुआ तो वेंडर्स को यही चिंता सता रही थी कि ग्लोबाल मार्केट में स्मार्टफोन की डिमांड की पूर्ति कैसे की जाएगी। लेकिन मार्च में सारी परिस्थितियां बदल गई। स्मार्टफोन निर्माता धीरे-धीरे रिकवर कर रहे हैं लेकिन कई देशों में जारी लॉकडाउन के कारण बिक्री रूकी हुई है।
लोगों ने फोन खरीदने का प्लान टाला
स्टैनटोन में बताया कि फोन अभी भी लोगों की जरूरत बना हुआ है। जिनके फोन चोरी हो गए हैं या खराब हो गए हैं वो ऑनलाइन चैनल से इसे खरीद रहे हैं लेकिन जो लग्जरी के लिए फोन खरीदना चाहते हैं उन्होंने अभी फोन खरीदने के फैसले को टाल दिया है।
21.9 मार्केट शेयर के साथ सैमसंग आगे
कैनालिस की रिपोर्ट के मुताबिक, सैमसंग सबसे आगे रहा, मार्च तिमाही में कंपनी का मार्केट शेयर 21.9 फीसदी रहा,जिसके बाद हुवावे 18 फीसदी, एपल 13.6 फीसदी, शाओमी 11.1 फीसदी और वीवो 8.9 फीसदी का स्थान रहा।
चीन में शिपमेंट 27 फीसदी गिरी
काउंटर पॉइंट रिसर्च के मुताबिक, पहली तिमाही में सबसे 27 फीसदी शिपमेंट चीन में गिरी, जहां से महामारी दुनियाभर में फैली। चीन में महामारी फैलने के बाद अन्य कंपनियों को हैंडसेट के कम्पोनेंट्स नहीं पहुंच पाए, जिसने ग्लोबल शिपमेंट को काफी नुकसान पहुंचाया।
गेमिंग और ओटीटी सर्विस का ग्राफ बढ़ा
लॉकडाउन के कारण स्मार्टफोन शिपमेंट में भले ही गिरावट रही लेकिन घर पर रहने की वजह से लोगों ने स्मार्टफोन का काफी इस्तेमाल किया, जिसके बाद गेमिंग और ओटीटी सर्विस का ग्राफ लगातार बढ़ाता चला गया। इस दौरान ऑपरेटर्स ने काफी मात्रा में डेटा पैक की बिक्री की।