- कोरोना वायरस पीड़ित युवती की मां, भाई और कुक की रिपोर्ट आई पाॅजिटिव
- पीड़ित के संपर्क में आए सभी 130 लोगों की जांच शुरू कर की डिपार्टमेंट ने
दैनिक भास्कर
Mar 21, 2020, 08:18 AM IST
चंडीगढ़. ट्राईसिटी में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर अब पांच हो गई है। बुधवार को सेक्टर-21 की एक युवती की रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद शुक्रवार को कोरोना के चार और मरीज मिले। इनमें पीड़ित युवती की मां, उसका भाई और कुक शामिल हैं। राहत की खबर यह है कि सेक्टर-21 में रहने वाली पीड़ित लड़की के तीन पड़ोसियों और ड्राइवर की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। वहीं, यूके से आई एक 69 साल की मोहाली की कोरोना वायरस रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। फेज-3ए में स्थित घर से पुलिस तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सिविल अस्पताल फेज-6 के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया है।
बाद में महिला को फोर्टिस हॉस्पिटल में ले जाया गया। शुक्रवार को लड़की के तीन पड़ोसियों के हेल्थ डिपार्टमेंट ने जीएमसीएच-32 के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर सैंपल लिए थे। ये सेक्टर-21 की कोरोना पॉजिटिव युवती के इंग्लैंड से आने के बाद पड़ोसियों के संपर्क में आए थे। इसके संपर्क में आए सेक्टर-21 में माली का काम करने वाले व्यक्ति और परिवार के अलावा पार्लर चलाने वाली महिला के परिवार को होम कोरेंटाइन किया गया है। पहली पॉजिटिव युवती के संपर्क में आए सभी 130 लोगों की जांच शुरू कर दी गई है।
इनके सैंपल लिए, रिपोर्ट का इंतजार…
जीएमसीएच-16 के आईसोलेशन वार्ड में यूएसए से आई चंडीगढ़ की लड़की के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। पीजीआई के आइसोलेशन वार्ड में न्यूजीलैंड से लौटे मोहाली के एक युवक के भी सैंपल लिए गए हैं। चंडीगढ़ का एक व्यक्ति जो हाल ही में टोरंटो, कनाडा से दौरे से अपने घर वापस आया था, उसका अब पीजीआई में इलाज चल रहा है। उसके भी सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। मोहाली की एक महिला जो यूके से आई थी, उसे जीएमएसएच-16 में भर्ती किया गया है।
- 37 सैंपलों की जांच की गई है चंडीगढ़ में
- 25 की रिपोर्ट आई, नेगेटिव पाए गए
- 07 मरीजों के सैंपलों की रिपोर्ट आने का इंतजार
- 398 लोगों को घरों में 14 दिन के लिए बिना निगरानी में रखा, किसी से संपर्क में नहीं आने के लिए कहा
निर्देश नहीं माने केस दर्ज होगा…
डीसी ने होम कोरेंटाइन को लेकर धारा-144 के निर्देश जारी कर दिए हैं। कोरेंटाइन पीरियड 14 दिनों का है और इसके लिए लोगों के हाथों में स्टैंप लगाई जा रही है। कई लोग होम कोरेंटाइन को लेकर जारी निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं, जिसके चलते धारा-144 के तहत ये निर्देश किए गए हैं। अगर निर्देशों का उल्लघंन करता है तो धारा-188 के तहत केस दर्ज होगा।
चंडीगढ़ में 50 से ज्यादा की भीड़ पर बैन
चंडीगढ़ में भी अब कोरोना के पाॅजिटिव केस बढ़ रहे हैं। अब प्रशासन ने कई तरह की पाबंदियां कई चीजों पर लगाई हैं। चंडीगढ़ प्रशासन ने अब 50 से ज्यादा लोगों की गेदरिंग पर बैन लगाया है। ये बैन 31 मार्च तक लागू रहेगा। हालांकि पहले 100 लोगों से ज्यादा की गेदरिंग को लेकर बैन लगाया गया था लेकिन अब इसे कम कर दिया गया है।
ट्राईसिटी में 300 से ज्यादा लोग निगरानी में…
ट्राईसिटी में 300 से ज्यादा लोगों को उनके घरों में निगरानी में रख दिया गया है। ये सभी लोग कोरोन पीड़ित के संपर्क में आए थे। इसके अलावा इनमें से कुल 43 लोगों की तबीयत खराब होने और उनके कोरोना के लक्षण पाए जाने पर उनके सैंपल भी लिए गए हैं। इनके राइट हैंड पर स्टैंप भी लगा दी गई है। आगे इनके घरों के बाहर स्टीकर भी प्रशासन लगाने जा रहा है।
181 लोग मोहाली में निगरानी में रखे गए
नयागांव | 01 |
ईको सिटी | 01 |
फेज-1 | 01 |
बलौंगी | 09 |
फेज-5 | 06 |
फेज 3बी2 | 01 |
सेक्टर-71 | 01 |
बनूड़ | 01 |
लालडू | 01 |
सेक्टर-70 | 08 |
कुराली | 21 |
फेज-7 | 05 |
खिजराबाद | 02 |
फेज-9 | 01 |
फेज-4 | 03 |
खरड़ | 18 |
जीरकपुर | 26 |
डेराबस्सी | 21 |
सेक्टर-68 | 02 |
मोहाली गांव | 05 |
सेक्टर-56 | 02 |
फेज-6 | 01 |
मां और भाई गले मिले तो चपेट में आए, पिता ने नमस्ते की तो वे बच गए…
चंडीगढ़ में 4 लोगों को कोरोना वायरस हो चुका है। इसमें एक ही फैमिली के 4 लोग हैं। इंग्लैंड से लौटी जिस सेक्टर-21 की 23 साल की लड़की को कोरोना हुआ है, उनके परिवार में उनकी मां, उनके भाई और नौकर को वायरस की पुष्टि हो चुकी है। उनके पिता की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिस ड्राइवर के साथ वह अमृतसर से लौटी थी, उसके सैंपल पहले लिए गए। इसमें कुछ स्पष्ट न होने पर उनके सैंपल अब दोबारा लिए गए हैं।
असलियत में लड़की जब इंग्लैंड से लौटकर सेक्टर-21 के अपने घर पहुंची तो लड़की अपनी मां से गले मिली। भाई से भी गले मिली। इतना नजदीक होने के चलते दोनों को कोरोना हाे गया। भाई हालांकि बहन से मिलने के बाद दिल्ली चला गया। लेकिन तब तक वायरस उसमें फैल चुका था। जब लड़की घर पहुंची तो वहां पिता नहीं थे। जब वह पिता से मिली तो नमस्ते करके मिली। इसी के चलते पिता संक्रमण से बच निकले। डॉक्टरों के मुताबिक खाने के जो बर्तन थे, वह लगातार दो दिन तक नौकर साफ करता रहा। मैटल में कोरोना वायरस ज्यादा देर फैलता है, इसलिए नौकर यहां वायरस ग्रसित हो गया।