- नशा तस्करी में बंद कैदी का बैरक में बनाया वीडियो आया बाहर
- वीडियो में कैदी ने सबूत के तौर पर चार फोन, ब्लूटुथ हैडफोन भी दिखाया
Dainik Bhaskar
Jan 24, 2020, 08:57 AM IST
बठिंडा. मॉडर्न जेल फरीदकोट से नशा तस्करी के केस में बंद कैदी का जेल से वीडियो वायरल हुआ है। कैदी ने जेल में वीडियो बनाकर जेल प्रबंधन पर मारपीट कर फिरौती मांगने, प्रताड़ित कर उसकी पत्नी से हजारों रुपए वसूलने के संगीन आरोप लगाए हैं। वीडियो में कैदी ने बैरक में तीन साधारण फोन, स्मार्ट फोन,ब्लूूटुथ हैडफोन और चार्जर दिखाकर जेल अफसरों की मिलीभगत से चल रहे गोरखधंधे का सबूत दिया।
उसने आरोप लगाया है कि यहां सुविधाओं के लिए रेट फिक्स है। वीडियो वायरल होने के बाद फरीदकोट जेल प्रबंधन ने कैदी विशाल कुमार से दो फोन बरामद कर उसे कपूरथला जेल में शिफ्ट कर दिया था। दरअसल, संगरूर जेल में किराए पर बैरके देने के खुलासे व पटियाला जेल सुपरिंटेंडेंट के गैंगस्टरों से मिलकर कैदियों के अश्लील वीडियो बनाकर फिरौती मांगने की घटनाओं के बाद यह तीसरा बड़ा मामला है, जिसने जेल विभाग की पोल खोल दी है।
पत्नी ने 60 हजार दिए तब प्रताड़ित करना छोड़ा
कैदी ने आरोप लगाया कि फरीदकोट जेल में डिप्टी स्तर के अधिकारी ने मारपीट कर उसका सिर फाड़ दिया और ढाई लाख रुपए न देने पर उसकी ड्रग डी एडिक्शन बैरक नंबर 5 में बंदी डाल दी। प्रताड़ना से बचने को पत्नी बलजीत कौर के जरिए 60 हजार रुपए उस अधिकारी को दिए। इसके भी उसके पास सबूत हैं। 28 दिसंबर को फिर से जेल अधिकारियों ने पत्नी से उसकी जेल में मुलाकात कराकर 50 हजार रुपए मांगे। जेल में 20 हजार रुपए में बड़े स्मार्टफोन और 5 हजार रुपये में छोटे फोन जेल अधिकारी उपलब्ध कराते हैं। मैं जिस फोन पर लाइव हो रहा हूं वह मुझे 25 हजार रुपए में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ने दिया। 300 रुपये वाला चार्जर जेल में 3 हजार रुपये में दिया जाता है।
ऐसे समझिए जेलों के हालात
संगरूर जेल – 14 अक्टूबर 2018 को संगरूर जेल में 7 कैदियों ने वीडियो वायरल कर जेल अधिकारियों पर केस में फंसाने के नाम पर रुपए वसूलने का आरोप लगाया। जांच आईजी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने की। दिसंबर 2019 में उनकी रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि जेल में विभिन्न सुविधाओं के लिए रेट फिक्स था।
पटियाला जेल- 26 अप्रैल 2019 को आईजी कुंवर विजय प्रताप सिंह की जांच के बाद पटियाला जेल में फिरौती रैकेट चलाने के आरोप में जेल सुपरिंटेंडेंट राजन कपूर, सहायक सुपरिंटेंडेंट विकास शर्मा व सुखजिंदर सिंह, हेड वार्डन प्रगम सिंह को डिसमिस किया गया था।
नाभा/अमृतसर जेल- नाभा, पटियाला व अमृतसर जेल से 2010 में लश्कर-ए-तैयबा का नेटवर्क चल रहा था। यहां बंद लश्कर के दो आतंकी शकरउल्ला और शाहिद इकबाल जेल अफसरों की लापरवाही से मोबाइल से राजस्थान के लोगों से संपर्क बनाते और पाक में कमांडर से भी बात करते थे।
फिरोजपुर डीआईजी जेल को सौंपी है जांच
फरीदकोट जेल से वीडियो वायरल होने का मामला आया है। जांच फिरोजपुर के डीआईजी जेल को सौंपी है। संगरूर जेल मामले में प्रिंसिपल सेक्रेटरी जेल के साथ मीटिंग के बाद ही कार्रवाई होगी।
पी.के सिन्हा, एडीजीपीस, जेल विभाग।