- लास वेगास में 7 से 10 जनवरी तक दुनिया के सबसे बड़े टेक इवेंट कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो का आयोजन हुआ
Dainik Bhaskar
Jan 11, 2020, 07:20 PM IST
गैजेट डेस्क. दुनिया का सबसे बड़ा टेक्नोलॉजी का मेला यानी कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो (CES 2020) खत्म हो गया। लास वेगास में 7 से 10 जनवरी तक हुए इस शो में इस बार कुछ ऐसी टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन हुआ, जिसने लोगों को चौंका कर दिया। इनमें फोल्डेबल स्क्रीन वाला लैपटॉप, पानी पर चलने वाली इलेक्ट्रिक बाइक, बिना कीबोर्ड के टाइपिंग वाली टेक्नोलॉजी, हवा को साफ करने वाला एयर मास्क, टचस्क्रीन वाला माइक्रोवेव के साथ दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने वाले गैजेट्स और टेक्नोलॉजी भी है। हम इवेंट के चार दिन के बेस्ट प्रोडक्ट और टेक्नोलॉजी के बारे में बता रहे हैं।
टैटू प्रिंटर प्रिंकर : टैटू बनाने के दौरान होने वाला दर्द अब प्रिंकर खत्म करेगा। प्रिंकर ऐसा प्रिंटर है जिसे खासतौर पर टैटू के लिए तैयार किया गया है। इस प्रिंटर को बस ऐप से कमांड देनी है और ऐप पर दिखने वाला डिजाइन आपकी बॉडी पर छप जाएगा। इसके लिए ग्राहकों को मोटी रकम भी खर्च नहीं करनी होगी। इसमें टैटू के लिए ऐसी इंक का इस्तेमाल किया जाएगा, जो लंबे समय तक बॉडी पर नहीं टिकेगी और इससे किसी तरह का नुकसान भी नहीं होगा। यानी आप हर बार एक नया टूट बॉडी पर लगा सकते हैं। इसकी कीमत 270 डॉलर (करीब 19,000 रुपए) है। इसमें मौजूद इंक से एक बारे में 1000 टैटू बनाए जा सकते हैं।
टूथब्रश टेक : अब आपका टूथब्रश भी हाइटेक हो चुका है। फ्रांस की कंपनी फासटीस ने इवेंट में वाई-ब्रश पेश किया। इसकी खास बात है कि महज 10 सेकंड में ये आपके सभी दांतों को क्लीन कर देगा। यानी 2-3 मिनट तक दांतों की सफाई करने में अब सिर्फ 10 सेकंड ही लगेंगे। इसमें ऊपर की तरफ एक बड़ा सा ब्रश लगा है जो सभी दांतों को एक साथ कवर कर लेता है। ब्रश में सभी जगह पेस्ट लगाना होता है। इसके बाद इसे दांतो में फंसा लिया जाता है। फिर बटन दबाते ही ये क्लिनिंग शुरू कर देता है। इसकी कीमत 109 यूरो (लगभग 8,500 रुपए) है।
मैट्रिक्स जूनो सुपरकूलर : जूनो कंपनी ने कूलिंग मशीन को शोकेस किया। इस मशीन की खास बात कि ये 1 मिनट से भी कम समय में पानी को ठंडा कर देती है। इसे माइक्रो रेफ्रिजरेटर भी कहा जा सकता है। दरअसल, इस मशीन के अंदर एक बॉक्स है जिसमें कंटेंट को किसी बोतल में डालकर रखा जाता है। वो 1 मिनट से भी कम वक्त में ये उसे ठंडा या चिल्ड बना देती है। ठंडी बियर, कोल्ड कॉफी पीने वालों के लिए ये बेस्ट मशीन है। कंपनी ने इसका प्री-ऑर्डर शुरू कर दिया है। प्री-ऑर्डर के दौरान इसकी कीमत 199 डॉलर (करीब 14,000 रुपए) है। बाद में इसकी कीमत 299 डॉलर (करीब 21,500 रुपए) कर दी जाएगी। इसे साल के तीसरे क्वार्टर में रिलीज किया जा सकता है।
सेगवे एस-पॉड : सेगवे नाइनबॉट में शो में एस-पॉड से पर्दा उठाया। यह अंडे जैसे शेप वाली सेल्फ बैलेंसिंग कुर्सी है। इसे व्यक्तिगत ट्रांसपोर्टिंग पॉड के तौर पर तैयार किया गया है। कंपनी का कहना है कि इसे एयरपोर्ट, थीम पार्क और शॉपिंग मॉल में इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसे स्वस्थ्य व्यक्ति के अलावा दिव्यांग भी पार्क, एयरपोर्ट, मॉल जैसी जगाहों पर घुमने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। यह 40 किमी. की रफ्तार से चलती है। इसमें सिर्फ दो पहिए लगे हैं जो खुद ही अपना बैलेंस बनाती है।
लैडरोलर व्हील चेयर : जिन लोगों के पैर काम नहीं करते, उनके लिए ये चेयर किसी चमत्कार से कम नहीं है। लैडरोलर कंपनी ने अपनी शेप चेंज करने वाली व्हील चेयर शो में पेश की जो दिव्यांगों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी। पारंपरिक व्हीलचेयर जहां हमेशा सिटिंग पोजीशन में रहती है वहीं लैडरोलर में यूजर अपनी सुविधानुसार शेप चेंज कर सकेगा। यह कुछ ही सेकंड में सीटिंग से स्टैंडिंग पोजीशन में आ जाती है। यह रास्ते में आने वाली बाधाएं जैसे स्पीड ब्रेकर, सीढ़ियां को भी पार करने में सक्षम है।
प्रोस्थेटिक हैंड : सोचिए किसी इंसान के हाथ नहीं हों, लेकिन इसे एक जैसा हाथ मिल जाए जो दिमाग को पढ़कर रिएक्ट करे। कुछ ऐसी ही आविष्कार किया है ब्रेनको कंपनी ने है। इसने अपने प्रोस्थेटिक हैंड का फाइनल वर्जन पेश किया। यह एआई पावर्ड प्रोथेस्टिक हैंड, यूजर के दिमाग की तरंगों और मसल्स के सिग्नल के जरिए काम करता है, यानी यह यूजर के सोचने भर से काम करेगा है। यूजर इससे पेंटिंग, राइटिंग और म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स बजाने जैसे काम आसानी से कर सकेंगे। कंपनी ने बताया कि इसे फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से मान्यता मिल चुकी है। इसकी कीमत लगभग 7 लाख रुपए तक होगी।
सैमसंग बैली रोबोट : साउथ कोरियाई कंपनी सैमसंग ने सीईएस 2020 में बॉल की तरह दिखने वाला बैली रोबोट पेश किया। ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक से लैस ये रोबोट सिक्योरिटी और फिटनेस असिस्टेंट की तरह काम करेगा। यह घर में मौजूद अन्य स्मार्ट डिवाइस से संपर्क में रहेगा। यह यूजर की भावनाओं को समझेगा, उसे सपोर्ट करेगा और जरूरत के हिसाब से काम करेगा। यह घर में मौजूद बच्चों और पेट्स के साथ भी खेलेगा।
इंटेल फोल्डेबल टैबलेट : शो में फोल्डेबल तकनीक पर बेस्ड कई इनोवेशन सामने आए। इंटेल ने शो में फोल्डेबल टैबलेट का प्रोटोटाइप मॉडल पेश किया। कंपनी ने इसे हॉर्सशू बैंड कॉन्सैप्ट पर तैयार किया है। इसमें 17 इंच का OLED फोल्डेबल डिस्प्ले है। 17 इंच डिस्प्ले से लैस यह अबतक का सबसे बड़ा फोल्डेबल टैब है। यह कॉन्सैप्ट टैब कंपनी के टाइगर मोबाइल प्रोसेसर से लैस होगा। कंपनी ने बताया कि वायरलेस की-बोर्ड कनेक्ट कर इसके फुल डिस्प्ले को इस्तेमाल किया जा सकता है।
सैमसंग GEMS : कोरियाई कंपनी सैमसंग ने ऑग्मेंटेड रियलिटी से लैस वर्क आउट ग्लास भी पेश किए। कंपनी ने इसे GEMS नाम दिया है जिसका मतलब गैट एनहांसिंग एंड मोटिवेटिंग सिस्टम है। कंपनी ने इसके डेमोस्ट्रेशन में बताया कि इस एआर ग्लास को पहनकर यूजर वर्चुअल पर्सनल ट्रेनर के साथ वर्कआउट कर सकेगा। साथ ही, पहाड़ों पर चढ़ने के साथ पानी के अंदर भी चलने जैसे कई फिजिकल एक्टिविटी कर सकेगा। वर्कआउट के बाद यह यूजर को फीडबैक भी देता है।
लेनेवो थिंकबुक प्लस : लेनेवो ने शो में अपने थिंकबुक प्लस लैपटॉप को पेश किया। इसकी खासियत यह है कि लैपटॉप की ऊपरी सतह पर 10.8 इंच सेकेंडरी डिस्प्ले लगी है। इसे कंपनी ने ई-इंक डिस्प्ले नाम दिया है। इसमें न सिर्फ यूजर जरूरी बातों को नोट कर सकेगा बल्कि ईबुक पढ़ने के साथ कैलेंडर और नोटिफिकेशन तक पढ़ सकेगा। इसकी स्क्रीन से नीले लाइट्स नहीं निकलती इसलिए इससे आंखो को कोई नुकसान नहीं होता। ई-इंक डिस्प्ले मोड में इसे 24 घंटे तक इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें इंटेल के 10th जनरेशन प्रोसेसर, 16 जीबी रैम समेत 45W बैटरी से लैस होगा। इसकी कीमत 1.40 लाख रुपए तक होगी।
टचस्क्रीन माइक्रोवेव : किचन प्रोडक्ट्स बनाने वाली अमेरिकन कंपनी जीई अप्लायंस ने कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो में माइक्रोवेव लॉन्च किया है। इस माइक्रोवेव में 27-इंच की स्मार्ट टचस्क्रीन दी है। कंपनी ने इसे किचन हब का नाम दिया है। ये आर्टिफिशियल एंटेलिजेस (AI) पावर्ड कम्प्यूटर विजिन टेक्नोलॉजी के साथ आता है। इसकी मदद से आप मील प्लान कर सकते हैं। साथ ही, ये भोजन की बर्बादी होने से बचाने के टिप्स भी देता है। इतना ही नहीं, 27-इंच स्क्रीन पर नेटफ्लिक्स देखने की भी सुविधा है। इस माइक्रोवेव के अंदर कैमरा दिए हैं, जो फूड की कुकिंग को दिखाता है।
एटमॉस मास्क : पूरी दुनिया में प्रदूषण की बढ़ रही समस्या को ध्यान में रखते हुए एओ एयर कंपनी एक खास तरह का एटमॉस मास्क लेकर आई है। इसकी शुरुआती कीमत 350 अमेरिकी डॉलर (लगभग 25 हजार रुपए) रखी गई है और इसकी शिपिंग जुलाई से शुरू होगी।
मोशन पिलो : इस कंपनी ने खर्राटे रोकने वाला तकिया पेश किया। इसमें चार एयरबैग्स और सेंसर-बेस्ड प्रेशर मोनिटरिंग सिस्टम दिया है। ये सभी चीजें प्लास्टिक बॉक्स के साथ कनेक्ट होती है, जिसमें माइक्रोफोन दिया है। ये माइक्रोफोन खर्राटे को डिटेक्ट करता है। बाद में सोने और खर्राटे का पूरा डेटा ऐप पर भेज देता है। इस पिलो के फर्स्ट वर्जन की कीमत 378 डॉलर (लगभग 27,000 रुपए) है। इसका अपडेट मॉडल अप्रैल में लॉन्च किया जाएगा। जिसकी कीमत 420 डॉलर (लगभग 30,000 रुपए) होगी।
सैमसंग सेल्फी टाइप : ये एक वर्चुअल कीबोर्ड है जो सभी तरह के फ्लैश सरफेस पर काम करेगा। सेल्फी टाइप यूजर के स्मार्टफोन के सेल्फी कैमरा से ऑपरेट होता है। कैमरा यूजर की फिंगर्स के मोशन को ट्रैक करता है। यानी कीबोर्ड में जिस तरह से टाइप किया जाता है, उसी तरह से ये उंगलियों के मूवमेंट को कैप्चर करके रियल टाइम में टाइप करता है। ये कीबोर्ड स्मार्टफोन, टैबलेट सभी तरह डिवाइस पर काम करता है।
लेनोवो थिंकपैड X1 फोल्ड : इसकी स्क्रीन को फोल्ड किया जा सकता है। कंपनी का कहना है कि ये दुनिया का पहला फोल्डेबल पीसी भी है। फोल्ड होने के बाद ये किसी बुक या डायरी के जैसा नजर आता है। इसमें 13.3-इंच की फोल्डिंग OLED डिस्प्ले स्क्रीन दी है। इस लैपटॉप के साथ ब्लूटूथ कीबोर्ड भी आता है। ये कीबोर्ड फोल्ड स्क्रीन में फिक्स हो जाता है। इसमें फोन की तरह लॉक/अनलॉक बटन और वॉल्यूम रॉकर्स भी दिए हैं। इसे बनाने में कार्बन फाइबर की प्लेट्स और मिक्स्ड अलॉय का इस्तेमाल किया गया है। जो इसे मजबूत बनाती हैं। इसकी कीमत 2,499 डॉलर (1,79,466 रुपए) हो सकती है।
मंटा 5 हाइड्रोफॉयलर XE-1 : न्यूजीलैंड की कंपनी ने पानी के ऊपर चलने वाली इलेक्ट्रिक बाइक लॉन्च की। ये पानी की सतह से करीब 1 फीट ऊंचाई पर चलती है। इसमें एक हेंडल दिया है, जिसकी मदद से पानी में उसे मोड़ा जा सकता है। इसमें इलेक्ट्रिक मोटर दी है, जिसके चलते पैडल मारने में आसानी होती है। इसमें लो, मीडियम और हाई के तीन राइडिंग मोड दिए हैं। लो मोड में ह्यूमन को पैडल मारने में ज्यादा एनर्जी लगाना पड़ती है। वहीं, मीडियम में मशीन और ह्यूमन बराबर एनर्जी लगाता हैं। जबकि, हाई मोड में ह्यूमन की एनर्जी कम लगती है। यदि इसकी बैटरी डिस्चार्ज हो जाती है तब इसे पैडल की मदद से चलाया जा सकेगा।