- जेरेमी ने कतर में 306 किग्रा वजन उठाकर कतर इंटरनेशनल कप में सिल्वर जीता, वेटलिफ्टिंग यूथ ओलिंपिक में भी गोल्ड जीत चुके
- जेरेमी ने तीन यूथ वर्ल्ड, तीन यूथ एशियन और 6 कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड तोड़े
- वह 17 साल की उम्र में 27 इंटरनेशनल और नेशनल रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं
Dainik Bhaskar
Dec 22, 2019, 08:39 AM IST
दोहा. भारत के वेटलिफ्टर जेरेमी लालरिनुनगा ने कतर इंटरनेशनल कप में सिल्वर मेडल जीता। जेरेमी ने 67 किग्रा वेट कैटेगरी में कुल 306 किलो वजन उठाया। 17 साल के जेरेमी ने स्नैच में 140 किलो और क्लीन एंड जर्क में 166 किलो वजन उठाया। यूथ ओलिंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट जेरेमी ने 27 रिकॉर्ड तोड़े। इसमें नेशनल और इंटरनेशनल रिकॉर्ड शामिल हैं। जेरेमी ने नेशनल और अपना यूथ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी तोड़ा।
मिजोरम के जेरेमी ने इस साल की शुरुआत इगात कप में सिल्वर मेडल जीतकर की थी। तब, उन्होंने स्नैच में 131 और क्लीन एंड जर्क में 157 किलो वजन उठाया था। फिर अप्रैल में एशियन चैंपियनशिप में 297 किलो (134+163 किलो) वजन उठाकर यूथ वर्ल्ड और एशियन रिकॉर्ड तोड़ा था। सितंबर में वर्ल्ड चैंपियनशिप में जेरेमी ने 296 किलो वजन उठाकर दसवें नंबर पर रहे थे। इसके अलावा, उन्होंने इस साल एशियन यूथ चैंपियनशिप और एशियन जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड व सिल्वर जीते थे।
जेरेमी खेल मंत्रालय की टॉप्स स्कीम में शामिल
जेरेमी ने 12 इंटरनेशनल और 15 नेशनल रिकॉर्ड तोड़े। वे खेल मंत्रालय की टॉप्स स्कीम में भी शामिल हैं। उन्होंने तीन यूथ वर्ल्ड, तीन यूथ एशियन, छह कॉमनवेल्थ रिकॉर्ड तोड़े। वहीं, पांच यूथ नेशनल, पांच जूनियर नेशनल और पांच सीनियर नेशनल रिकॉर्ड तोड़े।
अभी वर्ल्ड रिकॉर्ड से 33 किलो दूर हैं जेरेमी
जेरेमी ने पिछले साल यूथ ओलिंपिक में 62 किग्रा वेट कैटेगरी में गोल्ड जीता था। उन्होंने इस साल से वेट कैटेगरी बदली और पहली बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में 67 किग्रा कैटेगरी में उतरे थे। जेरेमी ने कतर में 306 किलो वजन उठाया। उन्होंने करिअर में पहली बार 300+ किलो वजन उठाया। हालांकि, वे अभी भी वर्ल्ड रिकॉर्ड से 33 किलो दूर हैं। इस कैटेगरी का वर्ल्ड रिकॉर्ड 339 किलो (155+185 किलो) का है।
जेरेमी पहले बॉक्सिंग की ट्रेनिंग लेते थे, दोस्तों को देख वेटलिफ्टिंग शुरू की
जेरेमी के पिता नेशनल लेवल के बॉक्सर थे। जेरेमी अपने चार भाइयों और पिता के साथ बॉक्सिंग की ट्रेनिंग करते थे। एक दिन उन्होंने अपने दोस्तों को पास की एकेडमी में कोच से वेटलिफ्टिंग की ट्रेनिंग लेते देखा। तब उन्हें लगा कि इस खेल में स्ट्रेंथ की काफी जरूरत होती है और उन्हें इसे खेलना शुरू करना चाहिए। इसके बाद उन्होंने वेटलिफ्टिंग की ट्रेनिंग लेना शुरू किया था। कोच उन्हें 2024 ओलिंपिक के लिए तैयार कर रहे हैं।