- तेलंगाना जैसी घटना से बचने के लिए इमरजेंसी कॉन्टैक्ट के बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी
Dainik Bhaskar
Dec 01, 2019, 08:00 AM IST
गैजेट डेस्क. जब स्मार्टफोन लॉक होता है, तब उसमें इमरजेंसी कॉन्टैक्ट डायल करने की सुविधा होती है। ये बहुत काम का फीचर है, लेकिन कई यूजर्स इस पर ध्यान नहीं देते। जबकि मुश्किल या परेशानी के वक्त इसे डायल करके मदद मंगाई जा सकती है। इमरजेंसी कॉन्टैक्ट को डायल करना बेहद आसान होता है। इसके लिए फोन को अनलॉक करने की भी जरूत नहीं होती।
ऐसे डायल होता है इमरजेंसी नंबर
इमरजेंसी कॉन्टैक्ट में 112 नंबर पहले से सेव होता है। ये ऐसा नंबर है जो पुलिस (100), अस्पताल (108), वुमन हेल्पलाइन नंबर (1090) और फायर स्टेशन (101) का कॉम्बिनेशन है। यानी 112 नंबर डायल करने पर सभी इमरजेंसी सर्विस मिलेंगी। इसे डायल करने के लिए फोन के पावर बटन को 3 बार दबाना होता है। वहीं, फीचर फोन के कीपैड से 5 या 9 नंबर को लॉन्ग प्रेस करने पर इमरजेंसी नंबर डायल हो जाता है।
कुछ फोन में नंबर एडिट करने की सुविधा
कुछ कंपनियों के स्मार्टफोन जैसे सैमसंग, रियलमी में यूजर इमरजेंसी कॉन्टैक्ट को एडिट कर सकता है। यानी वो अपने किसी करीबी का नंबर भी इमरजेंसी कॉन्टैक्ट के तौर पर इस्तेमाल कर सकता है। इसके लिए उसे सेंटिंग में जाकर नंबर को चेंज करना होता है।
एंड्रॉयड की सेटिंग : Settiings => SOS Settiings या Contact => Groups => ICE emergency contacts
गूगल ऐप भी मौजूद
पुराने एंड्रॉयड स्मार्टफोन में इमरजेंसी कॉन्टैक्ट की सुविधा नहीं है, तब इस काम को गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद ‘112’ ऐप की मदद से किया जा सकता है। यहां पर अलग-अलग स्टेट के ऐसे ऐप्स मौजूद है। इन ऐप्स में SHOUT फीचर होता है, जो मौजूद एरिया के रजिस्टर्ड स्वयंसेवकों को तुरंत मदद भेज देता है।