भास्कर न्यूज | यमुनानगर
छोटा मॉडल टाउन निवासी वरूण ओबरॉय हत्याकांड में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए रविजीत सिंह, कमलजीत और राहुल को दो दिन के रिमांड के बाद पुलिस कोर्ट में पेश करने पहुंची। यहां पर आरोपी कमलजीत सिंह ने जज के सामने खुद को बेकसूर बताते हुए कहा कि उसने किसी की हत्या नहीं की। जिस दिन वरूण की हत्या हुई उससे एक दिन पहले उसकी शादी हुई थी। वह शादी के एक दिन बाद किसी की हत्या क्यों और किस लिए करता। उन्हें तो गलत फंसाया गया है।
कोर्ट में उसकी प|ी भी पहुंची थी। कोर्ट में उसने भी पति का हाथ पकड़ कर जज के सामने कहा कि उसके पति का इस मामले में कोई कसूर नहीं है। उन्होंने जज से जमानत की मांग की, हालांकि कोर्ट ने कहा कि इस केस में इस स्टेज पर जमानत नहीं दी जा सकती। चालान पेश होने तक इंतजार करना होगा। या फिर सेशन कोर्ट में जमानत याचिका लगानी होगी।
बताया जा रहा है कि कमलजीत ने लव मैरिज की है। कोर्ट ने तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। तीनों के परिवार के लोगों का कहना है कि तीनों ही बीच-बचाव कराने में थे। हत्या तो वाशू सचदेवा ने की है। पुलिस अगर पहले उसे पकड़ती तो सारी सच्चाई सामने आ जाती। पुलिस ने बेकसूर युवकों को इस केस में फंसाया है।
हत्याकांड के मुख्य आरोपी वाशू का अब तक पता नहीं
इस मामले में मुख्य आरोपी वाशू सचदेवा है। पुलिस अब तक उसका पता नहीं लगा पाई है। बता दें कि चाकू से उसी ने वार किया था। जांच अधिकारी रामपुरा चौकी इंचार्ज कर्ण सिंह ने बताया कि पुलिस वाशू की तलाश में है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। गिरफ्तार तीनों आरोपियों को रिमांड के बाद कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
छोटा मॉडल टाउन निवासी वरूण ओबरॉय अपने चाचा के साथ महाराणा प्रताप पार्क के पास टैंट की दुकान चलाता था। 10 नवंबर को उसका 25वां बर्थ डे था। उसके दोस्त वाशू सचदेवा, रविजीत सिंह, कमलजीत और राहुल ने उससे बर्थ डे की पार्टी मांगी। पांचों लोग बर्थ डे की पार्टी करने इंडस्ट्री एरिया स्थित मीट मार्केट में गए थे। वहां पर उनका विवाद हो गया। वरूण ओबरॉय वहां से घर आ गया था। बाद में वाशू ने उसे घर से फोन कर बुलाया। जैसे ही वह महाराणा प्रताप पार्क के पास पहुंचा तो वाशू ने उस पर चाकू से हमला कर दिया था। चाकू के दो वार उसकी छाती पर किए। पहला वार गहराई तक नहीं गया तो इसमें वाशू का गुस्सा शांत नहीं हुआ। उसने दूसरा वार किए तो वह छाती तो चीरता हुआ फेफड़े तक पहुंच गया। इससे वरूण वहीं पर गिर गया था। उसका चचेरा भाई संजय और अन्य उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। मात्र 15 से 20 मिनट में ही वरूण ने दम तोड़ दिया था। शहर यमुनानगर पुलिस ने इस मामले में मृतक के चचेरे भाई संजय की शिकायत पर चारों आरोपियों पर हत्या का केस दर्ज किया था।