- दिल्ली अश्विन के बदले पंजाब को एक करोड़ रुपए और कर्नाटक के ऑलराउंडर जगदीश सुचित को देगी
- पंजाब टीम मैनेजमेंट अब अश्विन की जगह लोकेश राहुल को कप्तानी सौंप सकता है
- अश्विन ने पंजाब की दो साल कप्तानी की, 2018 में टीम सातवें और 2019 में छठे स्थान पर रही थी
Dainik Bhaskar
Nov 08, 2019, 08:40 AM IST
खेल डेस्क. ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अब इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अगले सीजन में दिल्ली कैपिटल की ओर से खेलेंगे। गुरुवार को किंग्स इलेवन पंजाब और दिल्ली के बीच एक डील हुई। पंजाब ने अश्विन को एक करोड़ रुपए और एक खिलाड़ी की शर्त पर रिलीज कर दिया। अश्विन की 2018 में 7.6 करोड़ रुपए में नीलामी हुई थी। क्रिकेट वेबसाइट ईएसपीएन क्रिकइंफो के मुताबिक, दिल्ली ने अश्विन को इतनी ही राशि पर टीम में शामिल किया है।
डील के तहत दिल्ली अश्विन के बदले पंजाब को एक करोड़ रुपए और कर्नाटक के ऑलराउंडर जगदीश सुचित को देगी। सुचित को पंजाब ने 20 की बोली लगाकर खरीदा था। पंजाब ने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट को भी मांगा था, लेकिन दिल्ली ने इनकार कर दिया।
राहुल को मिल सकती है कप्तानी
इस सीजन में अनिल कुंबले पंजाब टीम के मुख्य कोच बने हैं। इसके बाद से ही खबरें आ रही थीं कि फ्रैंचाइजी अश्विन को रिलीज कर सकती है। पंजाब टीम मैनेजमेंट अब अश्विन की जगह लोकेश राहुल को कप्तानी सौंप सकता है। वे टीम में क्रिस गेल के बाद दूसरे अनुभवी खिलाड़ी हैं।
अश्विन ने पंजाब के लिए 28 मैच में 25 विकेट लिए
अश्विन की कप्तानी में पिछले दो साल पंजाब की टीम पहले हाफ में बेहतर खेली, लेकिन दूसरे हाफ में टीम का प्रदर्शन खराब रहा था। 2018 में टीम सातवें और 2019 में छठे स्थान पर रही। अश्विन ने अब तक पंजाब के लिए 28 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 25 विकेट लिए। इससे पहले वे चेन्नई सुपरकिंग्स और राइजिंग पुणे सुपरजाएंट के लिए खेल चुके हैं।
आईपीएल की सफल टीमों में शामिल नहीं है किंग्स इलेवन पंजाब
पंजाब की टीम पिछले पांच साल में पांच कोच बदल चुकी है। कुंबले से पहले माइक हेसन, ब्रेड हॉज, वीरेंद्र सहवाग और संजय बांगड़ ने टीम को कोचिंग दी थी। पंजाब 2015 और 2016 में आखिरी स्थान पर रहा था। इसके बाद 2017 में पांचवें पायदान पर रहा। 2014 में वह फाइनल में पहुंचा था, लेकिन चैम्पियन नहीं बन सका। टीम 2008 में आईपीएल के पहले सीजन में सेमीफाइनल तक पहुंची थी।