पिछले साल अमृतसर में ब्याही पट्टी की महिला को गभर्वती होने के बावजूद ससुराल वालों ने दहेज में कार न मिलने पर पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। महिला की हालत इतनी बिगड़ गई कि उसकी और बच्चे की जान बचाने के लिए डॉक्टरों को डिलीवरी 20 दिन पहले करनी पड़ी। मगर नवजात दुनिया में आने के बाद मात्र 30 घंटे बाद ही तम तोड़ गया। वहीं महिला इतनी कमजोर हो चुकी है कि वह न तो बात कर पा रही है और न बैठने तक की हिम्मत उसमें बची है। वह तीन दिन से अमृतसर के निजी अस्पताल में मौत से लड़ाई लड़ रही है। पुलिस ने इस संबंध में पीड़िता पूजा के पिता ओम प्रकाश निवासी रेगर कॉलोनी वार्ड 17 पट्टी की शिकायत पर पति ओम प्रकाश उर्फ ललित, ससुर गिरधारी लाल, समधन सरवनी देवी, उनके रिश्तेदारों भीम सेन, सलोचना, चम्पा, बिल्लो, सुनीता और कमल निवासी अमृतसर के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।
शादी के 1 महीने बाद ऐसा खिला चेहरा था
शादी के एक महीने बाद की तस्वीर, जिसमें पूजा ने अपने हाथों में लाल चूड़ा पहना है।
ससुरालियों की रोज की मारपीट से हुआ यह हाल
अब निजी अस्पताल में मौत से जंग लड़ रही पूजा की तस्वीर, जिसमें वह कमजोर दिख रही है।
जनवरी’18 में शादी, बताया था-रेलवे में जेई है लड़का, निकला दर्जाचार कर्मचारी
पीड़िता के पिता ओम प्रकाश ने बताया कि उसकी बेटी की शादी 18 फरवरी, 2018 को ओम प्रकाश उर्फ ललित निवासी अमृतसर से हुई थी। शादी के समय उसके जमाई ने उन्हें यह कहा था कि वह रेलवे में जेई है। 3 महीने बाद उन्हें पता चला कि वह कपूरथला रेल कोच फैक्टरी में दर्जाचार कर्मचारी है, लेकिन फिर भी वह चुप रहे। शादी के 7 महीने बाद उसकी बेटी गर्भवती हुई, मगर उसका पति उसे मायके से गाड़ी लाने के लिए कहने लगा। तीन दिन पहले गाड़ी न लाने पर ललित ने अपने पिता गिरधारी लाल, मां सरवनी देवी और अन्य सदस्यों भीम सेन, सलोचना, चम्पा, बिल्लो, सुनीता और कमल आदि के साथ मिलकर अपनी गर्भवती प|ी को बुरी तरह पीट कर अधमरा कर डाला। ओम प्रकाश ने बताया कि इसकी सूचना जब उन्हें मिली तो वह तुरंत बेटी के ससुराल पहुंचे और उसे पट्टी के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। हालत अधिक नाजुक होने के कारण डाक्टरों ने उसे अमृतसर रैफर कर दिया, जहां डाक्टरों को 20 दिन पहले ही पूजा की डिलीवरी करनी पड़ी। उसे बेटा पैदा हुआ, मगर हालत ठीक न होने के कारण 30 घंटों में ही उसकी मौत हो गई। पीड़िता अब जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है।
जान से मारने की भी कई बार कोशिश की पीड़िता के पिता ने बताया कि कई बार पहले ही पूजा को जान से मारने की कोशिश भी की गई, लेकिन वह अपने मायके आ जाती थी।
पीड़िता की हालत नाजुक, ठीक होने पर बयान कलमबद्ध किए जाएंगे : डीएसपी कंवलप्रीत
डीएसपी पट्टी कंवलप्रीत सिंह ने बताया कि पीड़िता के पिता के बयानों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पीड़िता की हालत अभी नाजुक है और हालत ठीक होने पर उसके भी बयान कलमबद्ध किए जाएंगे। इस मामले की जांच के लिए एएसआई केवल सिंह की ड्यूटी लगा दी गई है।
3 दिन से अस्पताल में मौत से लड़ रही महिला, बात करने तक की हिम्मत नहीं
पूजा 2017 की कॉलेज टाॅपर ओम प्रकाश ने बताया कि आरोपियों ने उसकी बेटी को इतना पीटा है कि वह 3 दिन से बात तक नहीं कर पा रही। उसमें बैठने तक ही हिम्मत नहीं बची। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी ने शादी से एक साल पहले भिखीविंड में अपने काॅलेज टाॅप किया था।