जीरकपुर में चंडीगढ़-अंबाला नेशनल हाईवे की सर्विस लेन की साथ फुटपाथों पर दुकानदारों, रेहड़ी फड़ी वालों, फ्रूट वालों और लाटरी बेचने वालों ने कब्ज़ा किया हुआ है। जिससे पैदल चलने वाले राहगीरों को सड़क पर चलना पड़ता है। इस कारण कभी भी कोई हादसा हो सकता है। किसी की जान भी जा सकती है। परन्तु सब कुछ देखते हुए भी जीरकपुर नगर परिषद के अधिकारी चुप बैठे है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इन फुटपाथों को खाली करवाया जाए जिस कारण जिस काम के लिए यह फुटपाथ बनाए गए हैं उस काम आए। जीरकपुर में मुख्य बाज़ार , पटियाला रोड, चंडीगढ़ रोड हर तरफ़ दुकानदारों ने फुटपाथों पर कब्जे किये हुए हैं। पटियाला सड़क पर फ्रूट वालों ने फुटपाथों पर रेहड़ियें लगाई हुई हैं। कार सवार लोग सड़क पर ही गाड़ी खड़ी हो कर फ्रूट खरीदते हैं। इसी साल सड़क पर खड़ी एक कार कारण हादसा भी हो गया है।
लोगांे को ट्रैफिक के बीच में चलना पड़ता है जिस कारण ट्रैफिक में भी रुकावट आती है। पैदल चलने वालों के लिए भी ख़तरा बना रहता है इसी तरह चंडीगढ़ सड़क पर लाटरी वालों ने कब्ज़ा किया हुआ है। ये लोग सड़क खड़े होकर लाटरी की टिकटें बेचते हैं और लोग सड़क के बीच गाड़ियां लगा कर लाटरी की टिकट खरीदते हैं। परन्तु प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं जाता। -रामसिंह, निवासी जीरकपुर
नगर परिषद के पास कोई भी इंक्रोचमेंट विंग नहीं है। कभी कभी साल में एक दो बार नाजायज फड़ी वालों पर कार्यवाही करते हैं परन्तु जब तक पकी टीम नहीं लगाई जाती यह कब्जे नहीं हटाए जा सकते। -राजिंदर सिंह, चीफ़ सैनेटरी इंस्पेक्टर जीरकपुर एमसी
कुछ समय पहले सड़क पर फ्रूट खरीद रहे एक कार सवार की वजह से यहां हादसा हुआ था। उसके बाद नगर परिषद ने फ्रूट की सभी रेहड़ियों को हटा दिया था परन्तु कुछ दिन बाद फिर उसी तरह रेहड़ियां लग गई। जीरकपुर मुख्य बाज़ार में दुकानदारों ने अपनी, दुकानों से कई फुट आगे तक टीवी के खाली डब्बे, कोल्ड ड्रिंक के क्रेट और अन्य सामान रखा हुआ है। इस अतिक्रमण के कारण पैदल चलने वालों को चलने की जगह नहीं मिलती है। -सुरिंदर सिंह