- पिछले साल क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने एक इंटरव्यू में कहा था- अबाया इस्लाम में अनिवार्य नहीं है
- 33 साल की मशाल-अल-जालुद और 25 साल की मानाहेल एल-ओतैबी हाल में बुर्के के बिना नजर आई
- जालुद ने कहा था- पोशाक लिए कोई स्पष्ट कानून नहीं, मुझे धार्मिक कट्टरपंथियों का शिकार होना पड़ सकता है
Dainik Bhaskar
Sep 13, 2019, 06:21 PM IST
रियाद. रियाद में एक महिला को मॉल के बाहर बिना अबाया (बुर्के) के देखा गया। अबाया रूढ़िवादी इस्लामिक देशों में महिलाओं का पारंपरिक परिधान है। इसे धर्म के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। हालांकि, इस तरह का मामला सऊदी अरब के लिए ‘दुर्लभ’ है। मगर सऊदी अरब में अब कुछ महिलाएं अबाया के बिना सड़कों पर नजर आ रही हैं। कुछ महिलाएं पहले भी इस परिधान को लेकर विरोध जता चुकी हैं।
पिछले साल क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने टीवी चैनल सीबीएस को एक साक्षात्कार के दौरान कहा था कि ड्रेस कोड में छूट दी जी सकती है। यह पोशाक इस्लाम में अनिवार्य नहीं है। कोई औपचारिक नियम नहीं बनने के कारण यह चलन बरकरार है।
जालुद ने बुर्का पहनना बंद किया
33 साल की सऊदी महिला मशाल-अल-जालुद ने एक बड़ा कदम उठाते हुए बुर्का पहनना ही बंद कर दिया। जालुद पिछले हफ्ते एक मॉल में ट्राउजर और गहरे गुलाबी रंग के टॉप में नजर आईं थीं। वहां भीड़ में से कई लोग उनसे कपड़े को लेकर सवाल कर रहे थे। कई महिलाओं ने उनसे पूछा क्या वह मॉडल हैं? इस पर जालुद ने हंसते हुए कहा कि वह एक नॉर्मल सऊदी महिला है।
जालुद के अलावा 25 साल की मानाहेल एल-ओतैबी ने भी बुर्का पहनना छोड़ दिया है। ओतैबी ने कहा कि वह चार महीने से रियाद में बिना अबाया के ही रह रही हैं। वह ऐसे ही बिना किसी बंधन के जीना चाहती हैं। उनका कहना है कि जो मैं पहनना नहीं चाहती, उसके लिए मुझे मजबूर नहीं करना चाहिए।
‘पोशाक को लेकर कोई स्पष्ट कानून नहीं’
जालुद ने कहा कि यहां इसके लिए कोई स्पष्ट कानून नहीं है। न ही कोई सुरक्षा है। मुझे खतरा भी हो सकता है। धार्मिक कट्टरपंथियों का शिकार होना पड़ सकता है, क्योंकि मैं अबाया नहीं पहनती हूं। उन्होंने जुलाई में ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा था- रियाद के मॉल में मुझे बिना अबाया के अंदर नहीं जाने दिया गया। उन्होंने प्रिंस मोहम्मद सलमान के टेलीविजन इंटरव्यू को चलाकर कुछ लोगों को मनाने की असफल कोशिश भी की थी।
बिना अबाया के मॉल में जाने से रोका
उनके पोस्ट के जवाब में मॉल ने ट्वीट किया था- वह ऐसे लोगों को मॉल में जाने की अनुमति नहीं देगा, जो सार्वजनिक नैतिकता का उल्लंघन करते हों। सऊदी के शाही परिवार के एक सदस्य ने भी ट्विटर पर जालुद की निंदा की और इसके लिए सजा देने की मांग की।