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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

किसानों ने टैक्स फ्री व्यापार समझौते के विरोध में हाईवे पर धरना दिया, सरकार की अर्थी फूंकी

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किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी की सूबा कोर कमेटी के निमंत्रण पर गांव शेरों के गुरद्वारा बाबा सिधाना साहिब में सैंकड़ों किसानों, मजदूरों व महिलाओं ने सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान सभी प्रदर्शनकारियों ने सरकार की आेर से 16 देशों से टैक्स फ्री व्यापार समझौते का विरोध करके अमृतसर-बठिंडा नैशनल हाईवे पर सरकार का पुतला जलाकर नारेबाजी की। विरोध के चलते यातायात पूरी तरह से ठप्प रहा। हाईवे जाम होने से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। कमेटी के सूबा अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू, जसबीर सिंह पिद्दी व सुखविंदर सिंह दुग्गलवाला ने कहा कि भारत सरकार 16 देशों के प्रशांत-एशिया कर मुक्त व्यापार समझौते से बाहर आई है। उन्होंने मोदी सरकार की किसान-मजदूरों व छोटे दुकानदारों को तबाह करने की नीति के खिलाफ संघर्ष करने का ऐलान करते हुए कहा कि विश्व व्यापार संस्था व विश्व बैंक के दबाव में केंद्र सरकार 16 देशों के साथ कर मुक्त व्यापार समझौते में शामिल हो चुकी है। इन देशों में बनने वाली खेती वस्तुएं जैसे फल-सब्जियां, दूध, अंडे, अनाज, चावल, दालें, बीज आदि को भारत की मंडी में बेचने की छूट मिल जाएगी। इन हालातों में पंजाब का किसान व कारोबारी पूरी तरह से तबाह हो जाएगा।

सरकार की आेर से खेती मंडी तोड़कर कार्पोरेट घरानों को सौंपी जा रही है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने इस समझौते से खुद को बाहर न किया तो संघर्ष को और तेज कर दिया जाएगा। इस मौके गांव शेरों के किसानों व मजदूरों द्वारा सर्वसम्मति से नई किसान कमेटी का गठन किया गया, जिसमें बलविंदर सिंह फौजी को अध्यक्ष, शरनप्रीत सिंह को सचिव, बलविंदर सिंह शाह, तरसेम सिंह, सतनाम सिंह, बलदेव सिंह देबा, शेर को खंजाची, दिलबाग सिंह, गुरदेव सिंह आदि को पदाधिकारी चुना गया। नए पदाधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है वे उसे पूरी ईमानदारी से निभाएंगे। इस मौके पर बलबीर सिंह पंडोरी, फतेह सिंह, निर्मल सिंह, सुरिंदर सिंह रसूलपुर आदि स्थानीय महिलाएं मौजूद थीं।