जीरकपुर में लगातार अर्बनाइजेशन के कारण बड़ा एरिया शहरी दायरे में आ गया। पटियाला रोड पर गुरुद्वारा नाभा साहिब तक इस रोड पर दोनों ओर रेजिडेंिशयल कॉलोनियां और अपार्टमेंट्स बन चुके हैं। यह दो-तीन सालों में डेवलप हुआ एरिया है। इसके अलावा दर्जनों गांव भी हैं। इसी तरह से ढकौली एरिया में भी कई जगहों पर ट्रैफिक लाइट्स की जरूरत है।
पहले लोहगढ़ टी-पॉइंट तक ही शहरी एरिया था। अब यह बढ़कर गुरुद्वारा नाभा साहिब तक पहुंच चुका है। यहां लोगों ने मांग की है कि सड़क पर नेशनल हाईवे जहां भी लिंक रोड जुड़ रहा है वहां ट्रैफिक लाइट्स लगवाई जाए। रोड पर लोहगढ़ टी पॉइंट पर ट्रैफिक लाइट्स की जरूरत है। इसके आगे वीआईपी रोड टी पॉइंट पर भी ट्रैफिक लाइट्स लगाने की जरूरत है। ट्रैफिक लाइट्स के साथ ही यहां करीब एक किलोमीटर एरिया में स्ट्रीट लाइट न लगी होने के कारण रात के समय हादसे होने का डर बना रहता है।
पटियाला चौक से लेकर आगे नाभा साहिब तक सड़क पर कई जगह बीच में कट हैं, जिन पर निकलने के दौरान स्ट्रीट लाइट न होने से हादसे होते हैं। हाईवे के उन पॉइंट्स पर रिफ्लेक्टर और ब्लिंकर्स भी होने चाहिए, जहां शहर के अंदर की सड़कें हाईवे से जुड़ती हैं। सर्दी के दिनों में यहां कई बार अंधेरे की वजह से गाड़ियां टकराने से बची हैं। जीरकपुर में जिन चौराहों पर ट्रैफिक लाइट्स लगी हैं, वे भी प्रॉपर काम नहीं कर ही हैं। इसलिए उनकी रोजाना चेकिंग कर वर्किंग कंडीशन में रखना जरूरी है। खासकर, सिंगपुरा चौक, पटियाला चौक, के-एरिया चौक पर ट्रैफिक लाइट्स अक्सर खराब रहती हैं। जीरकपुर-पटियाला रोड पर वीआईपी रोड टी पॉइंट, लोहगढ़ टी पाॅइंट, ढकौली पुलिस स्टेशन, मैक्डोनाल्ड चौक, छतबीड़ रोड पर ट्रैफिक लाइट्स लगाने की सख्त जरूरत है।
सिटी रिपोर्टर | जीरकपुर
जीरकपुर में लगातार अर्बनाइजेशन के कारण बड़ा एरिया शहरी दायरे में आ गया। पटियाला रोड पर गुरुद्वारा नाभा साहिब तक इस रोड पर दोनों ओर रेजिडेंिशयल कॉलोनियां और अपार्टमेंट्स बन चुके हैं। यह दो-तीन सालों में डेवलप हुआ एरिया है। इसके अलावा दर्जनों गांव भी हैं। इसी तरह से ढकौली एरिया में भी कई जगहों पर ट्रैफिक लाइट्स की जरूरत है।
पहले लोहगढ़ टी-पॉइंट तक ही शहरी एरिया था। अब यह बढ़कर गुरुद्वारा नाभा साहिब तक पहुंच चुका है। यहां लोगों ने मांग की है कि सड़क पर नेशनल हाईवे जहां भी लिंक रोड जुड़ रहा है वहां ट्रैफिक लाइट्स लगवाई जाए। रोड पर लोहगढ़ टी पॉइंट पर ट्रैफिक लाइट्स की जरूरत है। इसके आगे वीआईपी रोड टी पॉइंट पर भी ट्रैफिक लाइट्स लगाने की जरूरत है। ट्रैफिक लाइट्स के साथ ही यहां करीब एक किलोमीटर एरिया में स्ट्रीट लाइट न लगी होने के कारण रात के समय हादसे होने का डर बना रहता है।
पटियाला चौक से लेकर आगे नाभा साहिब तक सड़क पर कई जगह बीच में कट हैं, जिन पर निकलने के दौरान स्ट्रीट लाइट न होने से हादसे होते हैं। हाईवे के उन पॉइंट्स पर रिफ्लेक्टर और ब्लिंकर्स भी होने चाहिए, जहां शहर के अंदर की सड़कें हाईवे से जुड़ती हैं। सर्दी के दिनों में यहां कई बार अंधेरे की वजह से गाड़ियां टकराने से बची हैं। जीरकपुर में जिन चौराहों पर ट्रैफिक लाइट्स लगी हैं, वे भी प्रॉपर काम नहीं कर ही हैं। इसलिए उनकी रोजाना चेकिंग कर वर्किंग कंडीशन में रखना जरूरी है। खासकर, सिंगपुरा चौक, पटियाला चौक, के-एरिया चौक पर ट्रैफिक लाइट्स अक्सर खराब रहती हैं। जीरकपुर-पटियाला रोड पर वीआईपी रोड टी पॉइंट, लोहगढ़ टी पाॅइंट, ढकौली पुलिस स्टेशन, मैक्डोनाल्ड चौक, छतबीड़ रोड पर ट्रैफिक लाइट्स लगाने की सख्त जरूरत है।