प्लास्टिक कैरीबेग बैन होने के बावजूद शहर में इसके खुलेआम इस्तेमाल को लेकर नगर निगम पिछले कई समय से कार्रवाई कर रहा है। अब तक निगम की टीमें बाजारों में जाकर कैरीबेग इस्तेमाल करने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई कर रही थी और उनके चालान किए जा रहे थे। अब निगम की टीम ने कैरीबेग बनाने वाली इंडस्ट्रियल एरिया फेज-9 स्थित प्लॉट नंबर 127 में चल रही फैक्टरी पर छापा मार कर उसे सील किया है। टीम को करीब 15 क्विंटल बैन प्लास्टिक कैरीबेग मिला है, जिसे जब्त कर लिया है।
सोमवार को नगर निगम के सेक्रेटरी रणजीत सिंह की अगुवाई में निगम टीम की ओर से इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। सेक्रेटरी रणजीत सिंह ने बताया कि जब निगम टीम ने फैक्टरी में छापा मारा तो वहां पर कैरीबेग बनाने का काम चल रहा था। पूछताछ करने पर पता चला कि फैक्टरी मालिक विदेश में हैं, जबकि यहां पर सिर्फ स्टाफ ही काम कर रहा था। आगे की कार्रवाई के लिए फैक्टरी कर्मचारियों को कल नगर निगम के दफ्तर बुलाया गया है।
नगर निगम की टीम की ओर से इंडस्ट्रियल एरिया फेज-9 के प्लॉट नंबर 127 में चल रही फैक्टरी में जहां पर छापेमारी की गई, वहां पर अवैध रूप से बैन प्लास्टिक कैरीबेग तैयार किए जाते थे। इसके बाद वहीं से सारा कैरीबेग का माल चंडीगढ़, मोहाली, पंचकूला के साथ-साथ बाहरी राज्यों में भी सप्लाई किया जाता था। इस समय निगम टीम ने फैक्टरी में छापेमारी की तो उस समय भी फैक्ट्री में जोरो-शोरों से मशीनों के जरिए कैरीबेग बनाने का काम चल रहा था।
इंडस्ट्रियल एरिया फेज-9 स्थित कैरीबेग की फैक्टरी में कैरीबेग बनाने के लिए पूरा प्लांट लगाया हुआ था। फैक्टरी में अलग-अलग तरीके की मशीनें लगाई गई थी, जिनके जरिए कैरीबेग तैयार किए जाते थे। फैक्टरी में लीगल कैरीबेग जो की नियमों के अनुसार जायज है, वे बनाए जाते थे। लेकिन फैक्टरी मालिक लीगल कैरीबेग की आड़ में बैन प्लास्टिक कैरीबेग भी बना रहे थे।
इससे पहले नगर निगम की ओर से फेज-1 मोहाली गांव में बैन प्लास्टिक कैरीबेग से भरा हुआ गोदाम भी पकड़ा था। उस समय भी नगर निगम की टीम को गोदाम से भारी मात्रा में बैन प्लास्टिक कैरीबेग बरामद हुआ था। निगम टीम इस बात की खोज में थी इन बैन प्लास्टिक कैरीबैग्स की प्रोडक्शन कहां हो रही है।