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Dainik Bhaskar
Aug 12, 2019, 07:20 PM IST
गगन गुर्जर/बॉलीवुड डेस्क. मुकेश अंबानी ने अपनी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की 42वीं आम बैठक में कई घोषणाएं की। उन्होंने बताया कि जियो की तीसरी एनिवर्सरी को 5 सितंबर 2019 को जियो गीगा फाइबर लॉन्च किया जाएगा। इसके साथ ही यह अनाउंसमेंट भी किया कि अगले साल उनका ‘जियो फर्स्ट डे फर्स्ट शो’ प्लान लॉन्च होगा, जिसके तहत जियो गीगा फाइबर के प्रीमियम उपभोक्ता नई फिल्म को रिलीज के दिन ही अपने घर पर देख सकेंगे। दैनिक भास्कर ने कंपनी के एक सूत्र और ट्रेड एक्सपर्ट अतुल मोहन से बात कर प्लान से जुड़ी विशेषताओं, फायदे, और नुकसान के बारे में जाना।
प्लान से जुड़ी 8 बड़ी बातें
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सिर्फ सेटअप बॉक्स पर देख सकेंगे
कंपनी से जुड़े सूत्र से मिली आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, फिलहाल प्लान पर काम चल रहा है। यह सुविधा शुरुआत में सिर्फ सेटअप बॉक्स के लिए लागू की जाएगी, क्योंकि इसके व्यूअर्स पर नजर रखी जा सकती है। इसे मोबाइल पर नहीं देखा जा सकेगा।
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प्लान पर निर्भर करेगी सुविधा
सुविधा गीगा फाइबर के प्लान पर निर्भर करेगी। मुकेश अंबानी के अनाउंसमेंट के मुताबिक, यह प्लान 700 रुपए से 10 हजार रुपए महीना तक रहेगा और इसी के हिसाब से फीचर्स मिलेंगे।
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क्या सिनेमा मालिक विरोध करेंगे ?
कंपनी से जुड़े सूत्र ने बताया कि इस सुविधा के आने से सिंगल स्क्रीन सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्स के साथ किसी तरह के विवाद की स्थिति नहीं बनेगी। क्योंकि इसका संबंध सीधा जनता से है और जनता जो चाहती है, वही होता है।
इस बारे अतुल मोहन का मानना है कि जियो के प्लान के बाद सिनेमा हॉल्स और मल्टीप्लेक्स पर बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा। क्योंकि इससे पहले भी जब टीवी, वीसीआर, सीडी-डीवीडी, सेटेलाइट चैनल और डिजिटल प्लेटफॉर्म आए, तब भी अंदेशा जताया गया कि सिनेमा खत्म हो जाएगा। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
अतुल के मुताबिक, सिनेमा का अलग ही चार्म है, जहां लोग दोस्तों और परिवार के साथ जाकर एन्जॉय करना पसंद करते हैं। लोग ज्यादा देर तक मोबाइल और टीवी से चिपके नहीं रह सकते।
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नहीं होगी पायरेसी
जब हमने यह जानना चाहा कि क्या जियो फर्स्ट डे फर्स्ट शो प्लान की वजह से फिल्मों की पायरेसी को बढ़ावा नहीं मिलेगा? तो सूत्र ने बताया कि पायरेसी तब होती है, जब लोग महंगी टिकट दर की वजह से सिनेमाघरों में नहीं जा पाते या फिर सीट्स कम होने की वजह से नहीं देख पाते। लेकिन जब फिल्मों की रीच आम जनता तक आसानी से पहुंचने लगेगी, पैसा कम चुकाना होगा और स्क्रीन्स की कोई बाउंड्री नहीं होगी। ऐसे में पायरेसी का सवाल ही नहीं उठता।
ट्रेड एक्सपर्ट भी यही सोचते हैं
अतुल मोहन कहते हैं कि जियो का प्लान पायरेसी का बेहतर जवाब हो सकता है। क्योंकि, जब फिल्म रिलीज के दिन ही सेटअप बॉक्स पर ओरिजिनल क्वालिटी पर उपलब्ध होगी तो जाहिरतौर लोग कम क्वालिटी वाली फिल्म डाउनलोड करने में अपनी एनर्जी बर्बाद नहीं करेंगे।
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छोटी फिल्म को बड़ा प्लेटफॉर्म
सूत्र के मुताबिक, अभी फिल्मों की रीच बहुत कम है। सभी सीट भरने के बाद भी कम संख्या में लोग सिनेमाघरों तक पहुंच पाते हैं। वहीं, सिर्फ बड़ी और कमर्शियल फिल्में ही चल पाती हैं। ऐसे में जियो का प्लान कम बजट की छोटी फिल्मों के लिए भी बड़ा प्लेटफॉर्म साबित होगा। बड़ी रीच होने की वजह से वो भी बड़ी फिल्मों की तरह ऑडियंस जुटा पाएगी। मुकेश अंबानी के मुताबिक, अभी जियो की पहुंच 34 करोड़ लोगों तक है और 50 करोड़ तक लोग उनकी रीच में हैं।
अतुल मोहन ने इस बारे में कहा कि जियो के फर्स्ट डे फर्स्ट शो प्लान का फायदा छोटे बजट की फिल्मों को जरूर मिलेगा। क्योंकि अभी स्क्रीन्स न मिलने की वजह से ये फिल्में ज्यादा कमाई नहीं कर पाती हैं। यहां तक कि इन्हें अपना बजट निकालने में भी मुश्किल होती है।
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लोगों को रोजगार मिलेगा
सूत्र ने बताया कि जब इतनी बड़ी रीच के साथ प्लान को मार्केट में उतारा जाएगा तो व्यूअर्स, फिल्ममेकर्स समेत सबको फायदा होगा। इससे फिल्मों की संख्या में बढ़ोतरी होगी और जब ज्यादा फिल्में बनेंगी तो लोगों को रोजगार भी मिलेगा। हजारों लोग इसका फायदा उठाएंगे।
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फिल्म टू फिल्म लगेगा चार्ज
‘जियो फर्स्ट डे फर्स्ट शो’ की सुविधा के मुताबिक, कस्टमर्स के पास चॉइस होगी। चार्ज भी चुकाना होगा। हालांकि, सिर्फ उसी फिल्म के पैसे देने होंगे, जो आप देखना चाहते हैं। इसके साथ ही समय की कोई बंदिश नहीं रहेगी। आपने जिस फिल्म के लिए पैसे चुकाए हैं, उसे रिलीज के समय से लेकर जब भी देखना चाहें तब देख सकेंगे।
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अभी ऐसे डिजिटल प्लेटफॉर्म तक पहुंचती है फिल्म
अतुल के मुताबिक, अभी किसी फिल्म को डिजिटल और सेटेलाइट पर प्रसारित करने के लिए कुछ समय इंतजार करना होता है। उन्होंने बताया कि इसके लिए मल्टीप्लेक्स मालिकों और प्रोड्यूसर्स के बीच करार होता है कि फिल्म रिलीज के बाद 4-6 सप्ताह तक डिजिटल या सेटेलाइट पर टेलीकास्ट नहीं की जा सकती। अगर बहुत बड़ी फिल्म है तो यह अवधि 6-8 सप्ताह हो सकती है। यह करार रिलीज से 10-15 दिन पहले होता है, जिसे बाद में बदला नहीं जा सकता।
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