- एसवाईएल मुद्दा : केंद्रीय मंत्री शेखावत से नहीं हुई कोई चर्चा
Dainik Bhaskar
Jul 16, 2019, 08:10 AM IST
चंडीगढ़/दिल्ली. देश में पानी की बिगड़ रही स्थिति से निपटने के लिए आम सहमति बनाने और राष्ट्र व्यापक नीति तैयार करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री की अध्यक्षता अधीन सर्वदलीय मीटिंग का न्योता दिया। मुख्यमंत्री ने यह सुझाव जल शक्ति मंत्री गजेंदर सिंह शेखावत के साथ एक शिष्टाचार मीटिंग के दौरान दिया। सीएम ने कहा पानी एक राष्ट्रीय समस्या है और इसको राष्ट्रीय स्तर पर विचारने और हल किये जाने की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा कि सर्वदलीय मीटिंग क्षेत्रवार भी की जा सकती है जिससे इस बारे प्रक्रिया को और ज्य़ादा प्रभावी और असरदार बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि हरेक मीटिंग की अध्यक्षता प्रधानमंत्री द्वारा की जानी चाहिए। उन्होंने देश में पानी के संकट की बिगड़ती स्थिति पर चिंता प्रकट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अनमोल कुदरती स्रोत को बचाने के लिए यह मीटिंगें आम सहमति बनाने में मददगार होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के साथ मीटिंग के दौरान एस.वाई.एल मुद्दे पर कोई भी विचार नहीं हुआ क्योंकि मामला अदालत में विचाराधीन है। मुख्यमंत्री ने बताया कि मीटिंग के दौरान पंजाब के बुड्डे नाले की समस्या संबंधी विचार किया गया और उन्होंने शेखावत को भरोसा दिलाया कि इसकी सफ़ाई के काम की प्रक्रिया चल रही है। राज्य सरकार ने इस काम के लिए 2 साल की समय सीमा निर्धारित की है।
बिजली बचाने की स्कीम की प्रशंसा की
शेखावत ने ‘पंजाब बिजली बचाओ, पैसा कमाओ’ स्कीम की प्रशंसा की। सिंचाई मकसद के लिए 85 प्रतिशत पानी का प्रयोग किये जाने का जि़क्र करते हुए उन्होंने बताया कि अगर कृषि के लिए इस्तेमाल किए जा रहे पानी में से 10 प्रतिशत पानी बचा लिया जाये तो अगले 50 सालों में भारत का पानी संकट हल हो सकता है। उन्होंने कहा कि पंजाब को इस मुहिम का नेतृत्व करना चाहिए और पानी को बचाने के लिए लोगों को उत्साहित करना चाहिए।
रंगाई उद्योग समस्या का बड़ा कारण… कैप्टन ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि विभिन्न उद्योगों के गंदे पानी से बुड्डे नाले को आगे और प्रभावित होने से रोकने को यकीनी बनाने के लिए एसटीपीज को कार्यशील किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रंगाई उद्योग इस समस्या का बड़ा कारण है।