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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

कितने भी व्यस्त हों, परिवार को पर्याप्त समय देने का गुण हर इंसान में होना चाहिए: सुंदर पिचाई

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  • टेक्नोलॉजी की दुनिया में अब ‘एआई’ सबसे बड़ा गेमचेंजर होगी
  • भारतीय युवाओं को एक बार सिलिकॉन वैली देखने जाना चाहिए

Dainik Bhaskar

Jul 12, 2019, 08:57 AM IST

कैलिफोर्निया. आज गूगल सीईओ सुंदर पिचाई अपना 47वां जन्मदिन मना रहे हैं। पिछले 15 साल में गूगल के साथ सुंदर ने जिंदगी और दुनिया में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, खासतौर पर टेक वर्ल्ड में। जन्मदिन के मौके पर दैनिक भास्कर के लिए गूगल के पूर्व कर्मी और वर्तमान में यूएन में कार्यरत टेक गुरु सिद्धार्थ राजहंस ने उनकी जिंदगी और काम को समझने की कोशिश की।

सुंदर कहते हैं कि अब हम गूगल के हर प्रोडक्ट और सर्विस के साथ इस बात का ध्यान रख रहे हैं कि उससे दुनिया की किसी न किसी समस्या का हल निकल सके। साथ ही, आप कितने भी व्यस्त क्यों न हो, अपने परिवार के लिए समय निकालिए। यह एक ऐसा गुण है जो हर इंसान में होना चाहिए।

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भास्कर के सवाल और पिचाई के जवाब 

दुनिया में तीन बदलाव तेजी से हो रहे हैं – 5जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स। इन तीनों में से किसे गेम चेंजर मानते हैं।

सुंदर: मैं व्यक्तिगत तौर पर इन तीनों में से ‘एआई’ के पक्ष में हूं और उसका समर्थन करता हैं। मुझे लगता है कि एक जिम्मेदारी के साथ कुछ नया करना यानी “रिस्पॉन्सिबल इनोवेशन ” इंडस्ट्री में गेम चेंजर होगा। मैं पिछले दिनों बर्लिन की टेक्निकल यूनिवर्सिटी (Technische Universität) के छात्रों से बात कर रहा था और मैंने इसी विषय को सामने रखकर अपने विचार रखे। मुझे लगता है कि 5जी एक अच्छा बदलाव है, लेकिन ये सिर्फ टेक्नोलॉजी को एक कदम आगे ले जाएगी- इसे मौजूदा कम्यूनिकेशन इंडस्ट्री की टेक्नोलॉजी का अपग्रेड कह सकते हैं। लेकिन, जो असली छलांग है जो कि टेक्नोलॉजी को बहुत आगे ले जाएगी, वह “एआई”  है और मैं इसे ही एक गेम चेंजर का नाम दूंगा। 

गूगल और दुनिया के लिए इसके योगदान को लेकर आपके मन की एक बात क्या है? 

सुंदर: मैंने 2004 में गूगल ज्वॉइन की थी और मैं यहां पर इनोवेशन और प्रोडक्ट मैनेजमेंट के कई अनुभवों से होकर गुजरा हूं। मैंने इस कम्पनी को क्रोम ऑपरेटिंग सिस्टम, क्रोम ब्रॉउजर, गूगल ड्राइव, जीमेल और मैप्स जैसे नए-नए वर्टिकल्स में बदलते देखा है। मुझे लगता है कि गूगल  दुनिया की एक अद्वितीय कम्पनी बन चुकी है और आज ये इंटरनेट की पर्याय है। हमारा लक्ष्य इसी आइडियोलॉजी को और आगे ले जाना है।

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बतौर गूगल सीईओ 4 साल के बाद अब जिंदगी कितनी बदल गई?

सुंदर: मैं कहूंगा कि एक पद से ज्यादा, ये भविष्य को संवारने की एक जिम्मेदारी है। इसमें टेक्नोलॉजी के आगे बढ़ने की गति को संभालना और उसके ऊपर भविष्य का निर्माण करना है- यह रोमांचक होने के साथ ही चुनौतीभरा काम है। लेकिन, मेरी जिंदगी लगभग वैसी ही है, जैसी थी- मेरे साथी, परिवार और दोस्त सभी वैसे ही हैं। हां, लोगों तक पहुंचने और उनका नेतृत्व करने की क्षमता काफी तेजी से बढ़ी है और मैं इसके प्रति कृतज्ञ हूं।

किसी भारतीय युवा में एक गुण क्या होना चाहिए जिससे वह दूसरा सुंदर पिचाई बन सके?

सुंदर: मुझे लगता है कि वे अगर शुरू से कड़ी मेहनत करें और स्कूल में पढ़ने के दौरान ही खेल और पढ़ाई दोनों पर बराबरी से ध्यान देकर अच्छा प्रदर्शन करें तो कोई भी जिंदगी में आगे निकल सकता है। मैं तो एक छोटा सा उदाहरण हूं, दुनियाभर में, कैलिफोर्निया के बे-एरिया (खाड़ी क्षेत्र) में अनेकों ऐसे भारतीय है जिन्होंने भारत का सम्मान बढ़ाया है। 

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तीन बड़े बदलाव जो बतौर सीईओ आप गूगल में लेकर आए हैं? आपकी सोच से ऐसा कुछ जो हर सफल कम्पनी और उसके कर्मचारियों में होना चाहिए? 

सुंदर: मैं मानता हूं कि एक अच्छे लीडर को अपनी कम्पनी में होने वाली हर एक चीज के लिए जवाबदेह होना चाहिए। तो मेरे हिसाब से पहला बदलाव होगा – “जवाबदेही (accountability)”। मैं गूगल के साथियों के साथ नियमित रूप से मास-ईमेल के माध्यम से बात करता हूं। इससे मुझे कम्पनी को संभालने और सबके साथ अपनी वैल्यूज को बांटने में मदद मिलती है।

मेरी नजर में बदलाव का दूसरा बिंदु होगा “सबकी भागीदारी (Inclusivity)”। दुनियाभर में  काफी सुर्खियां बनी थीं, जब मैंने एक गूगल कर्मचारी को कम्पनी से निकाल दिया था जिसने कहा था कि, बॉयोलॉजिकली महिलाएं कुछ प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए उपयुक्त नहीं होती हैं। मैं पूरी ताकत के साथ इस बात में यकीन करता हूं कि  शारीरिक लक्षणों के आधार पर किसी की भी आलोचना करना पूरी तरह से गलत है। इसलिए, सबको साथ लेकर, समावेश करके चलना एक अच्छे सीईओ के गुण हैं।

तीसरा, अपनी कम्पनी को अल्फाबेट (Alphabet ) के बैनर तले फिर से संगठित करना -हम हमारा दायित्व ऐसी कोर टेक्नोलॉजी पर ध्यान देना है जो गूगल को चलाती है। इसलिए टेक्नोलॉजी पर एक “क्लियर विजन” होना मेरी लीडरशिप स्टाइल का महत्वपूर्ण पहलू है। 

मुझे लगता है कि इन कोर वैल्यूज का एक अच्छा मिश्रण किसी भी अच्छी कम्पनी को प्रगति पथ पर ले जाएगा।

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पीएम मोदी के दोबारा सत्ता में आने के बाद, भारतीयों को ज्यादा नौकरियों का कोई विशेष प्लान है?

सुंदर: मुझे लगता है पीएम मोदी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। मैं अमूमन कोई राजनीतिक बात कहने से परहेज करता हूं। हम लगातार भारत में अपना बेस बढ़ा रहे हैं और वहां पर हमारे पोर्टफोलियो में नए जॉब्स भी जुड़ रहे हैं। हम इसी तरह भारतीयों को अपने साथ जोड़ना जारी रखेंगे और मैं सोचता हूं कि वे हमारे लिए बहुत जरूरी गूगलर्स हैं। 

युवा भारतीयों के लिए आपका कोई मैसेज ?

सुंदर: अपने भारतीय होने पर गर्व करें और कड़ी मेहनत करते रहें। ये जरूरी नहीं कि आपको हमेशा सफलता मिलेगी या आपको उसी डोमेन (क्षेत्र) में काम करने का मौका मिलेगा जिसमें आपने पढ़ाई की है। मैंने खुद ने मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग की है और आज मैं दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कम्पनी में से एक का हेड हूं। अपना एक सपना होना, एक विजन होना अच्छी बात है, लेकिन लगातार कड़ी मेहनत ही सफलता के ताले की चाबी है।

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10 बातें : पिचाई की पसंद और जीवन मूल्य

  1. कौन सा गुण होना जरूरी?

    ‘अपने परिवार को पर्याप्त समय देना’ मेरे हिसाब से एक पिता के लिए सबसे जरूरी गुण है। सीईओ बनने के बाद, मैंने एक पक्की आदत ये बनाई कि बच्चों के सोने के समय से पहले मैं घर लौट आऊं। मुझे लगता है कि एक अच्छा  पिता बनने से ही एक अच्छे समाज की नींव पड़ती है।
     

  2. किनके साथ वक्त बिताते हैं?

    अपने बच्चों, किरण और काव्या के साथ वक्त बिताना सबसे अच्छा लगता है। मेरे बेटे किरण ने हाल ही में मेरे बनाए होम-मेड गैमिंग पीसी में इथीरियम नाम की क्रिप्टोकरंसी माइन की है। डिनर-टेबल पर उनके साथ एक पूरे दिन के बारे में और अपनी इकोनॉमी की वैल्यू जैसी बातों पर चर्चा करना अच्छा लगता है। मेरी पत्नी अंजली भी बहुत बड़ा सपोर्ट सिस्टम है।

  3. क्या गुनगुनाते हैं?

    मैं बहुत अच्छा नहीं गाता हूं, लेकिन अब कुछ ऐसी आदत बन गई है कि जब भी मौका मिलता है यूट्यूब म्यूजिक पर गाने जरूर सुनता हूं। मेरी प्लेलिस्ट में ट्रेंड में चल रहे टॉप 10 गानों का मिक्स होता है। मुझे बॉलीवुड भी बहुत पसंद है। मैं अमूमन गुनगुनाता हूं, और इसीलिए मुझे अमेरिकन सिंगर ब्रूनो मार्स पसंद है।

  4. किसके हाथ का बना खाना?

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    मैं वेजिटेरियन हूं इसलिए मुझे वह सब कुछ पसंद है जो मां बनाती है। मुझे दही-चावल अच्छे लगते हैं, खासतौर पर चेन्नई वाले।

  5. पसंदीदा फिल्म?

    मुझे “द मैन हू न्यू इन्फिनिटी” देखना पसंद है। इसमें एक्टर देव पटेल ने श्रीनिवास रामानुजन की कमाल की भूमिका निभाई है। मैं चाहूंगा कि इसे दोबारा देखूं।

  6. बॉलीवुड में कौन पसंद?

    दीपिका पादुकोण। मैं उनके काम की सराहना करता हूं।

  7. कोई पसंदीदा जगह?

    चूंकि आपकी साइट भारतीयों के लिए है, तो मैं भारत के युवाओं और टेक्नो फ्रेंडली लोगों को कहूंगा कि सिलिकॉन वैली देखने जाइए। वहां की यात्रा आपको टेक्नोलॉजी और एंटरप्रेन्योरशिप की दुनिया का नॉलेज बढ़ाने वाला अनुभव देगी।

  8. पसंदीदा स्मार्टफोन?

    मुझे एक समय में ब्लैकबेरी इस्तेमाल करना पसंद था। हालांकि, आज स्मार्टफोन की वर्तमान जनरेशन के हिसाब से कहूं तो, मैं पिक्सेल 3XL का फैन हूं।

  9. मनपसंद क्रिकेटर?

    मुझे क्रिकेट पसंद है। मैं अपनी स्कूल क्रिकेट टीम का कैप्टन था। मैं दीवानगी के साथ क्रिकेट को फॉलो करता हूं और मुझे लगता है कोहली बहुत अच्छा कर रहे हैं। मैं आईसीसी वर्ल्डकप भी देख रहा हूं और मुझे लगता है कि रोहित शर्मा वह नाम है जिसे लेकर मुझे बड़ी उम्मीदें हैं। 

  10. एक प्रेरक विचार?

    यह है, “The ability to empower others around you is a wonderful value” यानी अपने आसपास के लोगों को सशक्त बनाने की क्षमता एक अद्भुत गुण है। सिर्फ एक दौड़ के रूप में प्रतिस्पर्धा करने की भावना हम सभी को पीछे ले जाएगी। यह कुछ ऐसा है जिसे मैं सीईओ के रूप में भी करने की कोशिश कर रहा हूं। मेरे लिए लोगों की समस्याओं के हल  खोजना सबसे जरूरी काम है। प्राइवेसी के उल्लंघन के बिना “टेक्नोलॉजी का जिम्मेदार उपयोग” कुछ ऐसा विचार  है जिसके बारे में इन दिनों मैं लगातार बात कर रहा हूं।

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