आम बजट पर ज्यादातर लोग तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। बजट सुनाए जाने के बाद खासकर पेट्रोल-डीजल महंगा करने पर लोगों ने एतराज जताया। उनकी मानें तो तेल कीमतें बढ़ने से ट्रांसपोर्ट खर्च के साथ अन्य चीजे भी महंगी हो जाएंगी। वहीं दूसरे बार केंद्र में आई सरकार से स्टूडेंट्स, नौकरीपेशा व कारोबारियों भी कोई बड़ी राहत न मिलने से खफा दिखे। काफी लोग ऐसे भी हैं, जो सरकार के आम बजट की सराहना कर रहे हैं। शुक्रवार को 11 बजे वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आम बजट पेश किया। इस दौरान केंद्र में लगातार दूसरी बार आई सरकार से अपनी उम्मीदें पूरी होने की आस में हर आम-खास टीवी चिपका रहा। बजट सुनने के बाद शहर के आम-खास ने मिली जुली प्रतिक्रिया दी है।
रसोई बजट कम करने के लिए तेल कीमतें कम हों : शास्त्री कॉलोनी निवासी एवं पूर्व पार्षद डॉ. विजय बब्बर ने कहा कि रसोई बजट कम करने के लिए तेल की कीमतें कम करनी चाहिए थीं, लेकिन सरकार उन्हें बढ़ा रही है। इससे ट्रांसपोर्ट खर्च बढऩे का असर रसोई के सामान पर भी पडऩा स्वाभाविक है। जबकि पहले ही मध्यम वर्ग एक किलो के बजाए आधा किलो सामान लेकर काम चला रहा है। सरकार और महंगाई बढ़ाने का काम कर रही है।
इस तरह के बजट से तो नहीं हो पाएगी किसान की आमदन दोगुनी: भाकियू के किसान नेता हरपाल सुढल ने कहा कि सरकार कहती है कि किसान की आमदन 2022 तक दोगुनी करेगी, लेकिन इस तरह के बजट पेश होते रहे तो यह संभव नहीं है। दूसरी बार केंद्र में आई सरकार से किसान को बड़ी उम्मीद थी, लेकिन उम्मीद तो दूर किसान की झोली में सरकार ने कोई सौगात नहीं डाल पाई।
हाउसिंग लोन पर साढ़े तीन लाख तक के ब्याज पर आयकर छूट को सराहा: सीए विशाल भाटिया ने कहा कि हाउसिंग लोन लेता था तो उसे दो लाख रुपए तक के लोन पर आयकर की छूट थी। अब साढ़े तीन लाख तक के ब्याज पर आयकर से छूट कर दी गई है। बशर्ते मकान की कीमत 45 लाख हो।