- जांच अधिकारियों को कराए जाएंगे ई-लर्निंग के कोर्स
Dainik Bhaskar
Jun 27, 2019, 06:10 AM IST
चंडीगढ़. उत्तरी भारत के छह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ मादक पदार्थों के दुरुपयोग एवं अवैध तस्करी के खिलाफ एकजुट हो गए हैं। इस संदर्भ में सभी राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने बुधवार काे चंडीगढ़ में रणनीति तैयार की। नई एवं प्रभावी रणनीति तैयार करने के लिए तीन सूत्रीय फार्मूला अपनाने पर सहमति बनी है। इसके तहत संयुक्त राष्ट्र के अपराध एवं नशीले पदार्थों की रोकथाम के लिए तैयार सॉफ्टवेयर अपनाकर जांच अधिकारियों को ई-लर्निंग के कोर्स करवाए जाएंगे ताकि वे पूरी तैयारी के साथ न्यायालय में केस प्रस्तुत कर सकें।
नशे के आदी के उपचार, इंफोर्समेंट और जागरूकता भी बढ़ाई जाएगी। बैठक में हरियाणा के अलावा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के पुलिस महानिदेशक, एनसीबी महानिदेशक व गुप्तचर ब्यूरो के अधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान उत्तरी क्षेत्र में सक्रिय संगठित गिरोह और तस्करी नेटवर्क की गतिविधियों से निपटने के लिए क्षेत्र के पुलिस बलों के बीच आवश्यक तालमेल कर आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने पर भी बल दिया गया।
बैठक में सीएम मनोहर लाल ने कहा कि युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृति आज एक वैश्विक समस्या बनती जा रही है और हमें राजनीति से ऊपर उठकर, सांझा रणनीति बनाकर व समाज की भागीदारी बढ़ाकर युवाओं की मानसिक स्थिति को सुधारना होगा तभी हम एक सभ्य समाज का निर्माण करने के साथ-साथ इस समस्या से निपट सकेंगे। मादक पदार्थों के दुरुपयोग व इसके कारोबार को रोकने के लिए राज्यों की सीमाओं की कोई समस्या नहीं होती है और इस मामले में जो एक राज्य की समस्या होती है वह आस-पास के सभी राज्यों की समस्या होती है। नशा तथा इसका व्यापार करने वालों के खिलाफ सूचना प्राप्त करने के लिए पुलिस को सार्वजनिक भागीदारी बढ़ानी होगी और सूचना देने वालों को प्रोत्साहित करना होगा। इसके लिए अलग से फंड की व्यवस्था की जानी चाहिए। सूक्ष्म प्रबन्धन पर टीम बनाकर कार्य करना होगा। हालांकि, यह जोखिम भरा काम होता है और नशे के तस्करों को समाज की समृद्धि से कोई लेना-देना नहीं, उन्हें तो अपना कारोबार करने से मतलब है।
सख्त सजा दिलवाने को कानून में संशोधन भी करेंगे
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि नशे के कारोबारी को सख्त से सख्त सजा दिलवाने के लिए हमें भले ही कानून में संशोधन करना पड़े तो भी हम करेंगे। हरियाणा सरकार ने युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए कई कार्यक्रम चलाएं हैं। युवाओं का रूझान खेलों में हो इसके लिए 1000 से अधिक योग एवं व्यायामशालाएं खोली हैं। हरियाणा पुलिस द्वारा राहगीरि के कार्यक्रम चलाए गए हैं। इसके अलावा, हरियाणा कला परिषद के माध्यम से भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन व्यापक स्तर पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर हरियाणा योग परिषद का गठन किया गया है ताकि योग से युवाओं को अधिक से अधिक जोड़ा जा सके। बेरोजगारी की समस्या भी युवाओं में नशे का एक कारण है, इसके लिए हरियाणा सरकार युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए नीति बना रही है ताकि कोई भी युवा बेरोजगार न रहे।
पंचकूला में खोला गया इंटर स्टेट सचिवालय
डीजीपी मनोज यादव ने कहा कि इस बैठक के प्रेरणा स्त्रोत भी सीएम मनोहर हैं, जिनकी पहल पर पंचकूला में इंटर स्टेट सचिवालय खोला गया है और एडीजीपी पीके अग्रवाल को इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है। सभी उत्तरी राज्यों के नोडल अधिकारियों के दूरभाष नंबर, टोल फ्री नंबर और कंट्रोल रूम के नंबरों की जानकारी उपलब्ध है। इसके अलावा, पकड़े गए ड्रग्स व तस्करों के खिलाफ की गई कार्रवाई की जानकारी भी वेबसाइट पर अपलोड की जा रही है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नवदीप सिंह विर्क ने अपने धन्यवाद भाषण में मुख्यमंत्री व अन्य राज्यों के पुलिस अधिकारियों का बैठक में पहुंचने के लिए आभार व्यक्त किया।