- मैच का प्रसारण दोपहर 3:00 बजे से स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क पर होगा
- दोनों टीमों के बीच पिछला मुकाबला सिडनी में 2015 वर्ल्ड कप में खेला गया था
खेल डेस्क. वर्ल्ड कप का 24वां मुकाबला मंगलवार को मैनचेस्टर में मेजबान इंग्लैंड और अफगानिस्तान के बीच खेला जाएगा। दोनों टीमें पहली बार इंग्लैंड के मैदान पर आमने-सामने होंगी। इंग्लैंड और अफगानिस्तान दोनों का इस टूर्नामेंट में यह पांचवां मैच होगा। मेजबान टीम तीन जीत के साथ अंक तालिका में चौथे स्थान पर है। वहीं, अफगान टीम अब तक एक भी मैच नहीं जीत सकी है। वह अंक तालिका में 10वें स्थान पर है।
इंग्लिश टीम के लिए परेशानी की बात यह है कि उसके दो मुख्य खिलाड़ी जेसन रॉय और कप्तान इयॉन मॉर्गन चोटिल हैं। जेसन दो या तीन मुकाबलों में नहीं खेल पाएंगे। वहीं, मॉर्गन के खेलने का फैसला मैच से पहले लिया जाएगा। दूसरी ओर, अफगानिस्तान की टीम भी चोटिल विकेटकीपर मोहम्मद शहजाद के बिना ही खेलेगी। शहजाद की जगह आए इकरम अली खिल दो मैच में सिर्फ 11 रन ही बना सके हैं।
इंग्लैंड-अफगानिस्तान हेड टू हेड
दोनों टीमें 4 साल बाद वनडे में आमने-सामने होंगी। पिछली बार सिडनी में खेले गए वर्ल्ड कप के मैच में इंग्लैंड को 9 विकेट से जीत मिली थी। दोनो टीमें वनडे में दूसरी बार आमने-सामने होंगी। अफगानिस्तान की टीम का इग्लैंड में यह चौथा मैच होगा। इससे पहले उसे सभी मैच में हार का ही सामना करना पड़ा है।
मौसम और पिच रिपोर्ट : मैनचेस्टर में बारिश होने की संभावना बहुत ही कम है। तापमान 14 से 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी करना पसंद करेगी। विकेट से स्पिनर्स को मदद मिल सकती है। पिछली बार यहां भारत-पाक मैच में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम 300+ रन बनाए थे।
इंग्लैंड की ताकत
जो रूट : दुनिया के टॉप बल्लेबाजों में शामिल जो रूट ने इस टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उन्होंने चार मैच में 93 की औसत से 279 रन बनाए। इस दौरान दो शतक भी लगाए। रूट का स्ट्राइक रेट 97.55 का रहा है। उन्होंने पिछले मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 100 रन बनाए थे। टीम 8 विकेट से जीती थी।
जोफ्रा आर्चर : इंग्लैंड के लिए पहली बार वर्ल्ड कप खेल रहे जोफ्रा आर्चर ने टीम के लिए सबसे ज्यादा 9 विकेट लिए हैं। तीन बार मैच में 3-3 विकेट लिए। आर्चर का इकॉनमी रेट भी टीम के सभी गेंदबाजों में बेहतर है। उन्होंने 4.74 की इकॉनमी रेट से रन दिए। इस दौरान उनका गेंदबाजी औसत 18.33 का रहा।
इंग्लैंड की कमजोरी
स्पिनर्स महंगे साबित हुए : टीम में दो मुख्य स्पिनर आदिल रशीद और मोइन अली शामिल है। रशीद को चारों मैच में खेलने का मौका मिला। वे सिर्फ 2 ही विकेट ले सके। वहीं, मोइन को सिर्फ चार ही विकेट मिले। सबसे किफायती गेंदबाजी के मामले में दोनों स्पिनर्स तेज गेंदबाजों से भी पीछे हैं। मोइन ने 5.65 और रशीद ने 6.15 की इकोनॉमी से रन दिए। उनसे पीछे सिर्फ क्रिस वोक्स (6.85) ही हैं।
अफगानिस्तान की ताकत
आउट ऑफ फॉर्म बल्लेबाज : अफगानिस्तान का कोई भी बल्लेबाज इस वर्ल्ड कप में कुल 100 रन नहीं बना सका है। सबसे ज्यादा 98 रन नजीबुल्लाह जादरान ने बनाए हैं। उनके अलावा सभी बल्लेबाज 80 रन से नीचे ही हैं। इंग्लैंड जैसी मजबूत बल्लेबाजी क्रम के सामने अगर वह पहले बल्लेबाजी करता है तो ज्यादा से ज्यादा रन बनाने होंगे। वहीं, रन चेज में उसे बड़े लक्ष्य का पीछा करना पड़ सकता है। ऐसे में टीम को एकजुट होकर बेहतर बल्लेबाजी करनी होगी।
राशिद खान : मौजूदा समय में दुनिया के बेस्ट लेग स्पिनर माने जाने वाले राशिद खान अफगानिस्तान टीम के सबसे अहम सदस्य हैं। वे गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी करने में भी सक्षम हैं। हालांकि, उन्होंने इस टूर्नामेंट में अब तक 4 मैच में सिर्फ 3 ही विकेट ले सके हैं। टीम को राशिद से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी। पूरी टीम की गेंदबाजी उन पर ही निर्भर है। उन्हें विकेट भी लेना होगा और रन भी रोकना होगा जिससे दूसरे गेंदबाजों को भी सफलता मिल सके।
अफगानिस्तान की कमजोरी
अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाना : टीम के कई खिलाड़ियों को पिछले मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अच्छी शुरुआत मिली थी। हजरतउल्ला जजाई 22, नूर अली जादरान 32 रन बनाकर आउट हो गए। दोनों अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके। रहमत शाह 6 और हसमतउल्ला शाहिदी ने 8 रन बनाए।
दोनों टीमें
इंग्लैंड : इयॉन मॉर्गन (कप्तान), जेसन रॉय, जॉनी बेयरस्टो, जो रूट, बेन स्टोक्स, जोस बटलर (विकेटकीपर), मोइन अली, क्रिस वोक्स, लियम प्लंकेट, जोफ्रा आर्चर, आदिल रशीद, टॉम करन, मार्क वुड, जेम्स विंस, लियम डॉसन।
अफगानिस्तान : गुलबदीन नइब (कप्तान), आफताब आलम, असगर अफगान, दौलत जादरान, हामिद हसन, हसमतउल्ला शाहिदी, हजरतउल्ला जजाई, मोहम्मद नबी, मोहम्मद शहजाद, मुजीब उर रहमान, नजीबुल्ला जादरान, नूर अली जादरान, रहमत शाह, राशिद खान, समीउल्ला शिनवारी।