Dainik Bhaskar
May 26, 2019, 09:47 AM IST
- पिछले चार साल में गेंदबाजी, बल्ले के आकार, आउट के तरीकों में बदलाव हुए
- ये नियम वनडे में तो लागू हो चुके, पर वर्ल्ड कप में पहली बार होंगे
खेल डेस्क. पिछला आईसीसी वर्ल्ड कप 2015 में हुआ था। तब से अब तक आईसीसी ने क्रिकेट से जुड़े कुल 7 छोटे-बड़े नियमों में बदलाव किया है। ये नियम वनडे क्रिकेट में यूं तो लागू हो चुके हैं, पर वर्ल्ड कप जैसे मल्टी-नेशन टूर्नामेंट में इन नियमों को लागू करने का ये पहला मौका होगा। अब इंग्लैंड एंड वेल्स में पिछले कुछ समय में लागू हुए ये नियम टेस्ट होंगे। मसलन- अगर बल्लेबाज का हवाई शॉट फील्डर के हेलमेट से लगकर फिर उछला और किसी फील्डर ने कैच ले लिया तो बल्लेबाज को आउट करार दिया जाएगा। पहले ऐसा नहीं था। ऐसी परिस्थितियों में बल्लेबाज को नॉटआउट दिया जाता था, लेकिन हैंडल द बॉल अब नॉटआउट होगा।
बल्लेबाज विकेट की तरफ जाती गेंद को हाथ लगाकर रोक सकता है। पहले ऐसा करने पर उसे आउट करार दिया जाता था। इसी तरह अब किसी खिलाड़ी ने मैदान पर खराब व्यवहार किया तो अंपायर के पास उसे बाहर भेजने का भी अधिकार होगा।
इस वर्ल्ड कप में 7 नियम पहली बार लागू हो रहे है
- अंपायर्स कॉल पर रिव्यू खराब नहीं होगा: अगर बल्लेबाज या फील्डिंग टीम डीआरएस लेती है और अंपायर्स कॉल के कारण अंपायर का फैसला बरकरार रहता है, तो टीम का रिव्यू खराब नहीं होगा। पहले अंपायर्स कॉल होने पर भी टीम रिव्यू खो देती थी।
- गेंद दो बार बाउंस हुई तो नोबॉल होगी: मैच के दौरान यदि गेंदबाज कोई गेंद फेंकता है। यह दो बाउंस के साथ यदि बल्लेबाज तक पहुंचती है तो यह नोबॉल होगी। पहले नोबॉल देने का नियम नहीं था। नोबॉल पर बल्लेबाज को फ्रीहिट भी मिलती है।
- लेग बाई और बाई के रन अलग से जुड़ेंगे: पहले यदि कोई गेंदबाज नोबॉल फेंकता था तो इस पर बाई या लेग बाई से बने रन नोबॉल में जोड़े जाते थे। अब ऐसा नहीं होगा। नोबॉल का रन अलग से और बाई-लेग बाई का रन अलग से जोड़ा जाएगा।
- बल्ले की चौड़ाई और मोटाई भी तय हो गई है: बाईं ओर 1970 का बल्ला। दाईं ओर आज इस्तेमाल हो रहा बैट। क्रिकेट के नियम तय करने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) कई साल से बल्ले का आकार तय करने की दिशा में काम कर रही थी। गेंद-बल्ले में बराबरी का मुकाबला रखने के लिए बल्ले का आकार निश्चित किया गया है। बैट की चौड़ाई 108 मिमी, मोटाई 67 मिमी और कोनों पर 40 मिमी से ज्यादा नहीं हो पाएगी। अंपायर के पास बैट गेज (माप यंत्र) होगा। संदेह होने पर इसकी मदद से बल्ले की चौड़ाई मापी जा सकेगी। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज डेविड वॉर्नर के चौड़े बल्ले पर बड़ा विवाद उठा था।
- बैट के ऑन द लाइन होने पर भी रनआउट होगा: पहले रनआउट, स्टंपिंग के केस में बल्ला ऑन द लाइन होने पर नॉटआउट होता था। अब ऑन द लाइन बल्ला होने पर आउट होगा। अगर बल्ला या बल्लेबाज का पैर क्रीज के अंदर है और हवा में भी है, तो भी बल्लेबाज नॉटआउट।
- हेलमेट से आउट, पर हैंडल द बॉल नॉटआउट: अगर बल्लेबाज का हवाई शॉट फील्डर के हेलमेट से लगकर फिर उछला और किसी फील्डर ने कैच ले लिया तो बल्लेबाज को आउट करार दिया जाएगा। पर हैंडल द बॉल की कंडीशन में बल्लेबाज को नॉटआउट दिया जाएगा।
- राब व्यवहार किया तो अंपायर बाहर भेज देगा: अगर अंपायर को लगा कि खिलाड़ी बेहद खराब व्यवहार कर रहा है, तो वह स्वविवेक से उस खिलाड़ी को आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट की लेवल 4 की धारा 1.3 के तहत दोषी मानते हुए फौरन मैच से बाहर भेज सकता है।
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