- लाल सिंह भी खफा, कहा- सिद्धू की बयानबाजी से पार्टी को नुकसान पहुंचने की संभावना
- खैहरा बोले- अगर सिद्धू अपने स्टैंड पर बने रहेंगे तो पीडीए उनका समर्थन करेगा
चंडीगढ़बठिंडाहोशियारपुर. नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें जहां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं वहीं विपक्षी दल सिद्धू के समर्थन में खुल कर आ गए हैं। मंगलवार को कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा और पंजाब कांग्रेस चुनाव मैनेजिंग कमेटी के चेयरमैन लाल सिंह ने सिद्धू की बयानबाजी को लेकर निशाना साधा।
कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने कहा कि सिद्धू कैबिनेट के हर फैसले में बराबर के हिस्सेदार रहे हैं। यदि वह किसी फैसले पर सहमत नहीं हैं तो वह मुख्यमंत्री को त्यागपत्र सौंप दें। पंजाब चुनाव मैनेजमेंट कमेटी के चेयरमैन लाल सिंह ने उन्हें अनुशासन अपनाने की सलाह दे दी है। लाल सिंह ने अफसोस जाहिर किया कि सिद्धू की गलत समय पर पर बयानबाजी से पार्टी के मिशन को नुकसान पहुंचने की संभावना है।
अगर पार्टी मिशन से पिछड़ती है तो इसका कारण सिद्धू की बयानबाजी होगी। उन्होंने कहा सिद्धू को कांग्रेस में 27 महीने मेें विशेष अधिकार, मान सम्मान दिया गया। सिद्धू को इसका सम्मान करना चाहिए। सिद्धू का अपनी पत्नी के उस बयान से सहमति जताना भी गलत था। उन्होंने कहा चंडीगढ़ कांग्रेस अलग तरीके से काम करती है।
नवजोत के इम्तिहान की घड़ी, समर्थन देंगे: खैहरा
बादल-कैप्टन के फ्रेंडली मैच की पुष्टि सिद्धू ने दमदार तरीके से की है। पंजाब एकता पार्टी के प्रधान सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा, नवजोत के लिए अब इम्तिहान की घड़ी है। अगर सिद्धू अपने स्टैंड पर बने रहेंगे तो पीडीए उनका समर्थन करेगा। सुखपाल बोले चुनाव में बरगाड़ी कांड को मुद्दा बनाकर कांग्रेस ने लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ किया।