- फ्रांस ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में सहयोग के लिए 3 भारतीय शहरों को चुना
- ब्रिटेन ने भारत में पांच शहरों को सहयोग के लिए चुना
चंडीगढ़. एक छोटा सा शहर जिसमें 24 घंटे पानी-बिजली। साफ सड़कें। बेहतरीन ट्रांसपोर्ट सिस्टम और भरपूर हरियाली हो तो उससे ज्यादा और क्या कल्पना की जा सकती है। चंडीगढ़ इस स्टेटस को जल्दी ही अचीव करने जा रहा है। स्मार्ट सिटी होने के कुछ पैरामीटर्स वह पहले ही पार चुका है।
अब फ्रांस और ब्रिटेन के सहयोग से चंडीगढ़ को ऐसा शहर बनाए जाने की कवायद पर काम चल रहा है जो किसी भी मामले में वर्ल्ड स्टैंडर्ड्स को मेंटेन कर सकेगा। जाहिर है इससे शहर के लोगों के जीवन का स्तर बढ़ेगा। यूथ के लिए नए रोजगार पैदा होंगे। हेल्थ, एजुकेशन और हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में ग्रोथ होगी। टूरिज्म बढ़ेगा और दुनिया में ये शहर अपनी पहचान और अच्छी तरह बना सकेगा।
फ्रेंच कंट्रीब्यूशन
फ्रांस ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में सहयोग के लिए जिन तीन भारतीय शहरों को चुना है, उनमें नागपुर और पुडुचेरी के अलावा चंडीगढ़ भी है। शहर को इस सहयोग से 24 घंटे साफ पीने का पानी उपलब्ध कराने की योजना है। इसके अलावा ट्रेड को बढ़ावा देना। आर्ट एंड कल्चरल एक्टीविटीज को प्रमोट करना भी शामिल है। इनमें से कुछ योजनाओं पर काम शुरू भी हो चुका है। आने वाले समय में इन योजनाओं के नतीजे सामने आने शुरू हो जाएंगे। एजीज इंटरनेशनल इसमें चंडीगढ़ के साथ मिलकर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन के लिए काम कर रहा है।
ब्रिटिश कंट्रीब्यूशन
ब्रिटेन ने भारत में पांच शहरों को सहयोग के लिए चुना है जिनमें से एक चंडीगढ़ है। वे यहां ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बेहतर बनाने की दिशा में कॉलेब्रेट कर रहे हैं। इसके तहत नॉन मोटराइज्ड व्हीकल्स को बढ़ावा दिए जाने की योजना है। शहर के चार सेक्टर्स को इसके लिए फाइनल किया गया है। इस पर 2020 में काम शुरू हो जाएगा। इसके तहत शहर से न केवल पॉल्यूशन की प्रॉब्लम को कम किया जा सकेगा, बल्कि लोगों को आसान ट्रांसपोर्टेशन उपलब्ध कराने में भी सफलता मिलेगी। खासतौर पर सेक्टर-17 में ट्रैफिक के इशू को भी इसके तहत डील किया जा सकेगा।