सैन फ्रांसिस्को.फेसबुक मैसेंजर ऐप में खामियों का फायदा अब दूसरी वेबसाइट्स उठा रही हैं। ये वेबसाइट्स फेसबुक यूजर की चैट समेत कई पर्सनल डिटेल्स तक अपनी पहुंच बना चुकी हैं। इसका खुलासा साइबर सुरक्षा कंपनी से रिसर्चर रॉन मसास ने बुधवार को एक रिपोर्ट में किया। एक ओर जहां डेटा लीक मामले में फंसने के बाद फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग यूजर्स की प्राइवेसी और प्लेटफॉर्म को मजबूत बनाने की बात करते नजर आ रहे हैं। वहीं हाल ही में जारी हुई इस रिपोर्ट के बाद एक बार फिर फेसबुक यूजर्स की प्राइवेसी को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
रिसर्चर ने एक कार्यक्रम के दौरान तकनीकी खामी की जानकारी फेसबुक को दी जिसके बाद कंपनी ने खामी को ठीक किया। नंवबर 2017 में मसास और उनकी टीम ने फेसबुक मैसेंजर ऐप में पता लगाया जिसके कारण अन्य वेबसाइट में क्रॉस साइट फ्रेम लीकेज के द्वारा यूजर्स के प्रोफाइल को एक्सेस कर पा रही थी। एंड यूजर्स वेब ब्राउज़र पर साइड चैनल अटैक के नाम से भी जाना जाता है।
मसास ने आगे कहा कि ब्राउज़र बेस्ड साइड चैनल अटैक अभी भी अनदेखा किया जा रहा है जिसकी चपेट में फेसबुक और गूगल जैसे दिग्गज कंपनियां भी है वहीं अन्य कंपनियों को इसके बारे में जानकारी ही नहीं है।
दुनियाभर में 130 करोड़ फेसबुक यूजर्स…
हाल ही में हुए एक इवेंट के दौरान मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक को व्हाट्सऐप की तरह ही सुरक्षित बनाने की बात कहीं। जिसमें फेसबुक को प्राइवेसी फोकस्ड बनाया जाएगा। वर्तमान में फेसबुक के दुनियाभर में 130 करोड़ से ज्यादा यूजर्स है। प्राइवेसी फोकस्ड प्लेटफॉर्म बनाने के लिए प्राइवेट इंटरेक्शन, एन्क्रिप्शन, सुरक्षा जैसे कई चीजों पर काम किया जाएगा।
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