बैंकॉक. थाईलैंड में पांच सालों के सैन्य शासन के बाद 24 मार्च को आम चुनाव होंगे। इसमें करीब 108 पार्टियां हिस्सा ले रही हैं। प्रचार के दौरान उम्मीदवार खुद को सुपर हीरो की तरह पेश कर रहे हैं। ये कैंडिडेट सोशल मीडिया पर अपने सुपर हीरो वाले पोस्टर भी पोस्ट कर रहे हैं। एक कैंडिडेट नामांकन भरने के लिए योद्धा की वेशभूषा में घोड़े पर पहुंचा था। थाईलैंड में 2014 तक राजशाही का शासन था। इसके बाद वहां सेना ने तख्ता पलट कर दिया था। इसके साथ ही वहां राजशाही का अंत हो गया था।
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थाईलैंड के चुनाव आयोग ने आम चुनाव में प्रचार के लिए सख्त नियम बनाए हैं। इसके बावजूद पार्टियां अपने उम्मीदवारों के प्रचार के लिए दिलचस्प तरीके इजाद कर रही हैं। थाई लोकल पाॅवर पार्टी ने हैशटैग वी आर हीरो और स्मार्ट लोकल-स्मार्ट थाईलैंड शुरू किया है। पार्टी अध्यक्ष च्युनचॉब कोंगुदोम से लेकर बोर्ड के निदेशक असद्युत खुनविसेदपोंग और डिप्टी प्रेसिडेंट रातापूम तोयकोंगसा ने पोस्टर्स में खुद को सुपर हीरो की तरह पेश किया है।
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पार्टी ने प्रचार में सिनेमैटिक इफेक्ट डालने का आइडिया इसलिए अपनाया, क्योंकि बोर्ड निदेशक और डिप्टी प्रेसिडेंट दोनों ही थाई फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हैं। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इसे कल्पनाशीलता की मिसाल कहा। कुछ लोगों ने इसे जनता के साथ धोखेबाजी बताया।
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थाईलैंड के कॉलेज ऑफ आसियान कम्युनिटी स्टडीज में लेक्चरर पॉल चेंबर्स के मुताबिक, पार्टी का यह कदम साहसिक है। इसके जरिए नेता उन युवाओं को अपनी तरफ खींचना चाहते हैं, जो वर्तमान स्थिति को लेकर बेपरवाह हैं।
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जे-बर्ड नाम के ऑनलाइन फोरम में थाई राजनीति के साथ अमेरिकी राजनीति का भी मजाक उड़ाया गया। पोस्ट में कहा गया कि अमेरिका के रिएलिटी टीवी शो ने एक व्यक्ति को राष्ट्रपति बनने में मदद की थी, क्या अब थाईलैंड में भी यही होने वाला है? एक फेसबुक यूजर ने लिखा कि राजनीति कभी मनोरंजन के लिए नहीं होनी चाहिए।
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थाई फ्यु पार्टी का एक उम्मीदवार सरुनवत सरुनकाते चुनाव आयोग में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए घोड़े और बैंड बाजे के साथ गए थे। इस मौके पर उन्होंने थाईलैंड के पारंपरिक योद्धा का परिधान भी पहना था। सरुनकाते से जब इसकी वजह पूछी गई, तो उन्होंने कहा था कि वो देश में चल रही तानाशाही के खिलाफ युद्ध लड़ने ही आए हैं।