पानीपत.भिवानी, हिसार व सोनीपत के बाद अब पानीपत का गांव बुआना लाखू खिलाड़ियों की नई फैक्ट्री बनकर उभर रहा है। यहां खेलों के लिए ज्यादा सुविधाएं न होने के बावजूद भी गांव के लोग खुद मिलकर खिलाड़ियों को तैयार कर रहे हैं। यहां के ही लस्सी बेचने वाले की लड़की रजनी ने पिछले दिनों सर्बिया में इंटरनेशनल बॉक्सिंग में गोल्ड मेडल जीता। मन की बात में पीएम नरेंद्र मोदी ने भी रजनी के जज्बे की तारीफ की। उसी रजनी को अब आईटीबीपी ने नौकरी, पढ़ाई और अच्छी खेल कोचिंग का ऑफर दिया है।
भास्कर ने जब गांव का दौरा किया तो पता चला कि गांव अब नए आयाम छू रहा है। यहां का एक-एक व्यक्ति पढ़ाई और खेल के महत्व को बखूबी जानता है। इसीलिए विभिन्न खेलों में 10 इंटरनेशनल, 50 नेशनल और 200 से ज्यादा प्रदेश स्तरीय खिलाड़ी हैं। खेल के लिए गांव का कोई व्यक्ति रस्सा देता है, तो कोई टायर। जरूरत पर ट्रेनिंग के लिए सभी चंदा करते हैं। 150 से ज्यादा युवा खेलों की वजह से सरकारी नौकरियों में हैं और साई सेंटर से लेकर आर्मी तक के लिए कोच इस गांव से मिल चुके हैं। 100 से अधिक खिलाड़ी बच्चों की नई पौध चुनौती के लिए तैयार हो रही है।
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